बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव के खिलाफ प्रशांत किशोर का बहुप्रतीक्षित मुकाबला नहीं होगा. जन सुराज पार्टी ने राघोपुर से चंचल सिंह को टिकट थमा दिया है. इससे प्रशांत किशोर के चुनाव लड़ने पर अब भी सस्पेंस बरकरार है. बिहार के वैशाली जिले की राघोपुर सीट लंबे समय से राजद का अभेद्य किला रहा है. लालू प्रसाद यादव इस सीट से दो बार और उनकी पत्नी राबड़ी देवी तीन बार जीतीं और दोनों ने इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हुए मुख्यमंत्री पद संभाला.
उनके बेटे तेजस्वी यादव भी दो बार (2015 और 2020) इस सीट से जीत चुके हैं और इस सीट पर रहते हुए उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता रहे हैं. प्रशांत किशोर ने 11 अक्टूबर को राघोपुर में जन सुराज पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत की थी. उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए संकेत दिया था कि वह तेजस्वी यादव के खिलाफ राघोपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह राघोपुर से चुनाव लड़ते हैं तो राजद नेता को दो सीटों से चुनाव लड़ना पड़ेगा.
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उन्होंने कहा था, ‘तेजस्वी यादव का वही हश्र होगा जो राहुल गांधी का अमेठी में हुआ था.’ प्रशांत किशोर का इशारा 2019 के लोकसभा चुनाव की ओर था, जब राहुल गांधी को कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार के बेहद करीबी किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को हराकर अमेठी सीट फिर से कांग्रेस की झोली में डाल दी थी.
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इससे पहले 13 अक्टूबर को जन सुराज पार्टी ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी की थी, जिसमें 65 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया था, इसमें 19 सुरक्षित सीटें भी शामिल थीं. जन सुराज पार्टी ने अपनी पहली सूची में 51 उम्मीदवारों का ऐलान किया था. इस तरह अब तक पार्टी ने कुल 116 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. उसे 127 सीटों पर अभी प्रत्याशियों का ऐलान करना है. बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को चुनाव होंगे. नतीजे 14 नवंबर को आएंगे.
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