बिहार में महागठबंधन सीट बंटवारे को लेकर चल रही हलचल के बीच कांग्रेस को करीब 60 सीटों का ऑफर मिलने की खबर है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग करीब-करीब पूरी हो चुकी है, सिर्फ 2-3 सीटों पर दोनों पार्टियों का दावा बरकरार है, जिसकी वजह से फाइनल बात-चीत नहीं बन पाई है.
वहीं, सीट शेयरिंग के आधिकारिक ऐलान से पहले ही आरजेडी ने पटना में अपने उम्मीदवारों को सिंबल देना शुरू कर दिया है. कहा जा रहा है कि आधिकारिक घोषणा कल यानी 14 अक्टूबर को होने की संभावना है.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पटना में उम्मीदवारों को सिंबल देने का काम शुरू कर दिया है. परबत्ता सीट से डॉ संजीव कुमार और मटिहानी सीट से बोगो सिंह को सिंबल मिला है. इसके अलावा, हथुआ विधानसभा सीट पर RJD ने राजेश कुमार सिंह उर्फ राजेश कुशवाहा को सिंबल दिया है. मनेर विधानसभा सीट से भाई वीरेंद्र और साहेबपुर कमाल से ललन यादव को भी सिंबल मिला है.
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
संदेश और राघोपुर सीट पर हलचल…
आरजेडी ने संदेश विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक किरण देवी के बेटे दीपू यादव को सिंबल दिया है. दीपू यादव को सिंबल लेते हुए देखा गया. वहीं, सीट शेयरिंग का पेच सुलझाने में अब तक असफल रहे तेजस्वी यादव अपनी राघोपुर सीट से नामांकन करेंगे. तेजस्वी यादव 15 अक्टूबर को राघोपुर सीट के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. तेजस्वी के समर्थकों ने नामांकन समारोह में शामिल होने की अपील वाला पोस्टर भी शेयर किया है.
यह भी पढ़ें: बिहार: तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से लड़ेंगे चुनाव, 15 अक्टूबर को करेंगे नामांकन
कांग्रेस-RJD में विवाद लगभग खत्म
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन में कांग्रेस को 60 सीटें मिलेंगी. कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीट बंटवारे पर कोई बड़ा विवाद नहीं है. सिर्फ दो-तीन सीटों को छोड़कर दोनों पार्टियों के बीच समझौता लगभग हो चुका है. हालांकि, वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) सहित अन्य दलों पर सीटों के बंटवारे को लेकर कंफ्यूजन अब भी बना हुआ है.
‘बहुत जल्द ऐलान करेंगे…’
मुकेश सहनी भी आज पटना पहुंचे हैं. उन्होंने सीट शेयरिंग पर बात करते हुए कहा, “सब कुछ अच्छा है. बहुत जल्द ही हम लोग ऐलान करेंगे. अगर कल नहीं, तो उसके अगले दिन हम लोग ऐलान कर देंगे. गठबंधन एकदम मजबूती के साथ बिहार में सरकार बनाएगी. कोई नाराजगी नहीं है, गठबंधन की तबीयत अब स्वस्थ है. हम लोग डॉक्टर को ही लेकर” आ गए हैं.
एनडीए में सीट बंटवारे पर फंसा पेच…
वहीं, अगर दूसरे सबसे बड़े खेमे की बात करें तो बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे का मामला चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के दावे के कारण और ज़्यादा पेचीदा हो गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चिराग पासवान की तरफ से जनता दल यूनाइटेड (JDU) की कुछ सिटिंग और अहम सीटों पर दावा किए जाने से गतिरोध पैदा हो गया है. कहा जा रहा है कि ये सीटें जेडीयू की पारंपरिक सीटें हैं.
यह भी पढ़ें: बिहार: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी तारापुर से लड़ेंगे चुनाव, 16 अक्टूबर को करेंगे नामांकन
एनडीए की किन सीटों पर फंसा पेच?
- राजगीर जेडीयू की सिटिंग सीट है, लेकिन एलजेपी (आर) इसे अपने खाते में शामिल करने पर अड़ी हुई है, जिससे बात अटक गई है.
- सोनबरसा सीट जेडीयू के लिए और भी संवेदनशील है, क्योंकि इस पर वर्तमान में मंत्री रत्नेश सादा विधायक हैं, और जेडीयू उन्हें सिंबल भी जारी कर चुकी है. चिराग को यह सीट देने पर जेडीयू तैयार नहीं है.
- मोरवा सीट भी जेडीयू चिराग पासवान को नहीं देना चाहती है, जबकि 2020 के चुनाव में जेडीयू यह सीट करीब 11,000 वोटों से हार गई थी.
- तारापुर एक जीती हुई सीट है, जिस पर उसने 2020 में और उसके बाद हुए उपचुनाव दोनों में जीत हासिल की थी. जेडीयू इस सिटिंग सीट को भी एलजेपी(आर) के लिए छोड़ने को तैयार नहीं है.
—- समाप्त —-