बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे का मामला चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के दावे के कारण और ज़्यादा पेचीदा हो गया है.
सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान की ओर से जनता दल यूनाइटेड (JDU) की कुछ सिटिंग (मौजूदा) और महत्वपूर्ण सीटों पर दावा किए जाने से गतिरोध पैदा हो गया है. कहा जा रहा है कि ये सीटें जेडीयू की पारंपरिक सीटें हैं.
इन सीटों पर फंसा है पेंच:
राजगीर: JDU की यह सिटिंग सीट है, लेकिन LJP(R) इसे अपने खाते में शामिल करने पर अड़ी हुई है, जिससे बात अटक गई है.
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सोनबरसा: यह सीट JDU के लिए और भी संवेदनशील है, क्योंकि इस पर वर्तमान में मंत्री रत्नेश सादा विधायक हैं, और JDU उन्हें सिंबल भी जारी कर चुकी है. चिराग को यह सीट देने पर JDU तैयार नहीं है.
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मोरवा: JDU मोरवा सीट भी चिराग पासवान को नहीं देना चाहती है, जबकि 2020 के चुनाव में JDU यह सीट लगभग 11,000 वोटों से हार गई थी.
JDU द्वारा अपने मौजूदा विधायक और मंत्री रत्नेश सादा को सोनबरसा सीट के लिए सिंबल जारी करने के बावजूद चिराग पासवान का इन सीटों पर अड़े रहना, NDA के भीतर सहमति बनने की प्रक्रिया को बाधित कर रहा है.
वहीं जेडीयू की तारापुर सीट इस बार बीजेपी के पास चली गई है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी यहां से चुनाव लड़ेंगे और 16 अक्टूबर को सम्राट नामांकन करेंगे.
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