इज़रायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के चीफ ऑफ द जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल एयल ज़मिर ने कहा कि ऑपरेशन अभी समाप्त नहीं हुआ है. सभी सैनिकों को हमेशा सतर्क और लड़ाकू मोड में तैयार रहना चाहिए. उन्होंने बताया कि अगर बंधक रिहा हो जाते हैं तो ये एक बड़ी उपलब्धि होगी और युद्ध के एक प्रमुख उद्देश्य की पूर्ति मानी जाएगी.
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, IDF चीफ एयल ज़मिर ने कहा कि सेना ने भले ही आक्रामक गतिविधि अस्थायी रूप से रोक दी है, लेकिन सैनिकों को हमेशा सतर्क और लड़ने के लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने ये टिप्पणी उस समय की जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रयासों के चलते युद्धविराम की संभावनाओं पर राजनीतिक बातचीत चल रही है.
ज़मिर ने कहा कि फिलहाल कोई स्थायी युद्धविराम नहीं हुआ है, बल्कि ऑपरेशनल स्थिति में बदलाव आया है. राजनीतिक स्तर सैन्य उपलब्धियों को राजनीतिक उपलब्धि में बदलने की कोशिश कर रहा है. अगर यह राजनीतिक प्रयास सफल नहीं हुआ तो हम लड़ाई फिर से शुरू कर देंगे.
उन्होंने स्पष्ट किया कि जंग अभी खत्म नहीं हुई और इरादा यही है कि हमास को गाजा में एक सशस्त्र और सरकारी व्यवस्था के रूप में बरकरार नहीं रहने दिया जाएगा. जरूरत पड़ी तो सेना फिर से कार्रवाई करेगी. अगर समझौता होता है तो सेना उन क्षेत्रों को तैयार और नियंत्रित रखेगी जो आवश्यकतानुसार किसी भी स्थान पर लौटने की पूरी क्षमता दें. ज़मिर ने रिज़र्व बटालियनों से कहा कि अगर बंधक रिहा हुए तो ये एक बड़ी जीत होगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी बंधक जल्दी घर लौटेंगे.
वहीं, इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ से बातचीत की. दोनों नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना पर चर्चा की और इस बात पर सहमति जताई कि सभी बंधकों की रिहाई के लिए हमास पर लगातार दबाव बनाए रखना जरूरी है.
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