अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अरब और मुस्लिम नेताओं के साथ हाल ही में गहन चर्चा के बाद मिडिल ईस्ट कूटनीति में बड़ी प्रगति के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि गाजा संकट के हल की कोशिशों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की 80वीं सभा के साइडलाइन्स पर अरब और मुस्लिम नेताओं के साथ हालिया गहन चर्चाओं के बाद ट्रंप ने गाजा में स्थायी सीजफायर स्थापित करने के लिए एक विस्तृत 21-सूत्री योजना पेश की. इस योजना में हमास द्वारा बंधकों की 48 घंटों के अंदर रिहाई और युद्ध समाप्ति के बाद गाजा के पुनर्निर्माण का रोडमैप शामिल है.
‘हमारे पास है बेतहरीन मौका’
रविवार को ट्रंप ने अपने ट्रूथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए वार्ताओं की वर्तमान स्थिति को निर्णायक क्षण बताया. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा, ‘मध्य पूर्व में महानता हासिल करने का हमारे पास एक बेहतरीन मौका है. सभी लोग पहली बार किसी खास चीज़ के लिए तैयार हैं. हम इसे पूरा करके रहेंगे!’
अरब और मुस्लिम नेताओं से चर्चा
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान अरब और मुस्लिम नेताओं के साथ वार्ता के दौरान गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए 21 सूत्री योजना प्रस्तुत की थी.
इजरायल से होगी बात
80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से निकलने के बाद ट्रंप ने मीडिया से कहा, ‘गाजा के संबंध में हमारी बहुत अच्छी बैठक हुई. इजरायल को छोड़कर सभी बड़े देशों के साथ ये बैठक पूरी तरह से सफल रही. अब इसको लेकर अगली बैठक में इजरायल से बात होगी.’
उन्होंने कहा कि योजना में स्थायी सीजफायर, इजरायली सेना की चरणबद्ध तरीके से वापसी, सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और हमास के बाद गाजा में गैर हमास शासन की स्थापना जैसे बिंदु शामिल हैं.
अरब राजनयिकों के अनुसार, ट्रंप ने सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, जॉर्डन, तुर्की, इंडोनेशिया और पाकिस्तान के नेताओं के साथ बहुपक्षीय बैठक में यह योजना पेश की. बैठक में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल थानी, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन, जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और अन्य शामिल थे. अरब लीग और इस्लामी सहयोग संगठन के नेताओं ने संयुक्त बयान में युद्ध समाप्ति, तत्काल सीजफायर, बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया.
ट्रंप ने सीजफायर की मांग की
संयुक्त राष्ट्र में अपने औपचारिक संबोधन में ट्रंप ने फिलिस्तीनी राज्य को एकतरफा मान्यता देने का विरोध किया और उन्होंने ऐसे प्रयासों को हमास के लिए इनाम देने वाला बताया तथा सीजफायर और युद्ध की समाप्ति के लिए अपना आह्वान दोहराया.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा, ‘लगता है कि निरंतर संघर्ष को बढ़ावा देने के लिए कोई व्यक्ति एकतरफा तौर पर फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की कोशिश कर रहा है. ऐसा करना हमास आतंकवादियों को उनके अत्याचारों के लिए बहुत बड़ा इनाम होगा.’
ट्रंप ने इजरायल की आलोचना से परहेज करते हुए हमास को सीजफायर वार्ताओं में बाधा बताते हुए कहा कि हमास ने बार-बार शांति के उचित प्रस्तावों को खारिज किया है.
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