केंद्र सरकार ने देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान का कार्यकाल आठ महीने के लिए बढ़ा दिया है. अब वह 30 मई 2026 तक या फिर अगला आदेश आने तक इस पद पर बने रहेंगे. केंद्र ने यह आदेश 24 सितंबर 2025 को जारी किया.
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की अपॉइंटमेंट्स कमेटी (ACC) ने इस विस्तार को मंजूरी दी है. इसके साथ ही जनरल चौहान सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (DMA) के सचिव के रूप में भी काम करते रहेंगे.
कौन हैं जनरल अनिल चौहान?
जनरल अनिल चौहान को 28 सितंबर 2022 को CDS नियुक्त किया गया था. 1961 में जन्मे चौहान ने नेशनल डिफेंस एकेडमी, खड़कवासला और इंडियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून से अपनी सैन्य शिक्षा प्राप्त की.
वे 1981 में 11 गोरखा राइफल्स से भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त कर सेवा में आए. अपने लंबे करियर में उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं. मेजर जनरल के तौर पर उन्होंने बारामुला सेक्टर (उत्तरी कमान) में इंफैंट्री डिविजन की कमान संभाली.
लेफ्टिनेंट जनरल के तौर पर उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र में एक कोर की कमान की. इसके बाद सितंबर 2019 में वे ईस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने और मई 2021 तक इस पद पर रहे.
उनकी शानदार सेवाओं के लिए उन्हें कई सैन्य अलंकरण मिले हैं. इनमें परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल शामिल हैं.
इस विस्तार के बाद जनरल चौहान अब 2026 तक भारतीय सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना के सर्वोच्च सैन्य समन्वयक और सरकार के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे.
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