भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका दौरे पर हैं. वह मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA80) की हाई लेवल बैठक में शामिल होने के लिए यहां आए हैं. इस बैठक के इतर जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच मुलाकात हुई. दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. हालांकि, अभी ये सामने नहीं आया है कि किन विषयों पर चर्चा हुई है.
ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि दोनों के बीच एच-1बी वीजा और टैरिफ जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई है. दोनों नेताओं के बीच इस साल जनवरी में और आखिरी साल जुलाई में वाशिंगटन में मुलाक़ात हुई थी. व्यापार को लेकर बढ़े तनाव के बाद दोनों नेताओं की यह पहली आमने-सामने मुलाकात है.
दोनों के बीच यह बैठक बेहद अहम रही. क्योंकि हाल में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रत्याशित निर्णय लेते हुए एच-1बी वीजा के आवेदन शुल्क को क़रीब 88 लाख रुपये तक बढ़ा दिया. यह 21 सितंबर से प्रभावी भी हो चुका है.
भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने का प्रयास
दोनों देशों के विदेश मंत्री के बीच बैठक का मकसद भारत-अमेरिका के बीच संबंधों को बेहतर करना रहा. टैरिफ़ की वजह से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई है और अब एच1बी वीजा पर लगाए गए नए शुल्क लगाना भारत के लिए बड़ा झटका है. क्योंकि बड़ी संख्या में भारत के प्रोफेशनल्स इस वीजा के तहत अमेरिका में काम करते हैं.
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हालांकि, अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के द्वारा लाई जा रही नीतियों के बीच रिश्तों में सुधार के भी संकेत मिल रहे हैं. दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं. इसके लिए वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल वॉशिंगटन में बातचीत कर रहा है.
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सुबह न्यूयॉर्क में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाक़ात हुई. दोनों नेताओं के बीच कई अहम द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हुई. बातचीत के दौरान यह सहमति बनी कि प्राथमिक क्षेत्रों में प्रगति के लिए लगातार संवाद और संपर्क बनाए रखना ज़रूरी है.
इससे पहले अमेरिका का भी प्रतिनिधिमंडल दिल्ली आया था. वाणिज्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक़, ये बैठक सकारात्मक रही थी और दोनों पक्षों ने व्यापार समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने पर सहमति जताई थी.
भारत कूटनीतिक प्रयासों के जरिये विवादों को हल करके व्यापार और तकनीकी सहयोग बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. इस बैठक के जरिये संबंधों में विश्वास बहाली की कोशिश की जा रही है.
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