अमेरिका की राजनीति और सुरक्षा व्यवस्था को हिलाकर रख देने वाले चार्ली कर्क हत्याकांड ने हर किसी को सन्न कर दिया. कत्ल में इस्तेमाल की गई गन से बरामद हुए डीएनए और फिंगरप्रिंट्स ने आखिरकार 22 साल के कातिल टेलर जे रॉबिन्सन का नाम सामने ला दिया. करीब 33 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार अमेरिकी पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर ही लिया.
इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड की गूंज शूटआउट के फौरन बाद फैल गई थी. दरअसल, घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध की तस्वीरें कैद हो गई थीं. काली टी-शर्ट, काले चश्मे और पीठ पर बैग टांगा एक शख्स कैमरे में साफ नजर आया. उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. तभी इन तस्वीरों पर कातिल के माता-पिता की नजर पड़ा और वे स्तब्ध रह गए.
उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि तस्वीर में दिख रहा शख्स उनका बेटा है. हालांकि, काफी देर बाद उन्होंने खुद को शांत किया और अपने बेटे को कानून के हवाले करने के लिए समझाया. इसके बाद पुलिस उस तक पहुंचने में कामयाब रही. गिरफ्तारी के बाद रॉबिन्सन को जेल से ही यूटा डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में जज के सामने पेश किया गया. यहां उसे हत्या के आरोपों से अवगत कराया गया.
पुलिस ने अपनी छानबीन में जुटाए गए साक्ष्यों को अदालत में रखा. जांच में ये भी सामने आया कि इस वारदात से पहले रॉबिन्सन ने अपने ट्रांसजेंडर रोमांटिक पार्टनर के लिए अपने कीबोर्ड के नीचे एक नोट छोड़ा था. उस नोट में उसने लिखा था कि वो इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने जा रहा है. शूटआउट के बाद उसने अपने रूम मेट को मैसेज भेजकर उस नोट को चेक करने की बात भी कही थी.
इस कबूलनामे ने उसके गुनाह को पुख्ता कर दिया. एफबीआई और यूटा डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक सेफ्टी की जांच में यह भी साबित हुआ कि चार्ली कर्क की हत्या के लिए जिस गन का इस्तेमाल किया गया, उस पर रॉबिन्सन का डीएनए मिला. यानी गोली चलाने वाला कोई और नहीं बल्कि वही था. पूछताछ के दौरान सामने आया कि उसके माता-पिता ने उससे पूछा था कि क्या उसने वारदात को अंजाम दिया है.
रॉबिन्सन ने अपनी मां को झूठ बोला कि वो बीमार था और कमरे में ही था, लेकिन पिता से उसने इशारों में गुनाह कबूल कर लिया. उसने यह भी कहा कि जेल जाने से पहले वह इस मामले को खत्म करना चाहेगा. यानी वो खुदकुशी का इरादा भी कर चुका था. अब बड़ा सवाल यही है कि आखिर रॉबिन्सन ने इतना खौफनाक कदम उठाया क्यों? पुलिस जांच में पता चला कि उसका राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है.
वो लंबे वक्त से चार्ली कर्क और उनकी राजनीतिक सोच से नफरत करने लगा था. अपने पार्टनर से उसने कई बार कहा था कि चार्ली से उसकी नफरत इतनी गहरी है, जिसे बातचीत से खत्म नहीं किया जा सकता. 10 सितंबर को यूटा वैली यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में यह वारदात हुई. यहां चार्ली कर्क अपने एनजीओ ‘टर्निंग प्वाइंट यूएसए’ की ओर से छात्रों के सवालों का जवाब दे रहे थे. करीब 3 हजार लोग मौजूद थे.
इत्तेफाक देखिए कि ठीक उसी वक्त जब चार्ली अमेरिका में पब्लिक प्लेसेज पर गोलीबारी और हिंसा पर सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी अचानक चली गोली उनकी गर्दन के आर-पार निकल गई. पलक झपकते ही कर्क जमीन पर गिर गए और उनकी सांसें थम गईं. कातिल ने इस हमले को जिस तरह अंजाम दिया, उससे साफ है कि यह महज एक गुस्से का नतीजा नहीं बल्कि पूरी प्लानिंग से की गई टार्गेट किलिंग थी.
वायरल तस्वीरों में वो बिल्डिंग की सीढ़ियों से ऊपर जाता नजर आया और हमला करने के बाद छत से भागता दिखा. माना जा रहा है कि उसने छत से ही निशाना साधकर चार्ली कर्क पर गोली चलाई और फिर वहीं से भाग निकला. इस वारदात ने अमेरिका में सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. सवाल यह है कि इतनी बड़ी भीड़ में, इतने हाई-प्रोफाइल चेहरे के बावजूद सुरक्षा इंतजाम नाकाम क्यों रहे?
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