More
    HomeHomeक्या Buzz पर भारी पड़ेगा Boycott? पाक से भारत के मैच का...

    क्या Buzz पर भारी पड़ेगा Boycott? पाक से भारत के मैच का जमकर हो रहा विरोध!

    Published on

    spot_img


    भारत और पाकिस्तान… खेल जगत की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता, सबसे बड़ा मुकाबला. वैसे तो कोई भी मैदान हो भारत और पाकिस्तान का मुकाबला अपने आप में ही पूरे टूर्नामेंट का सबसे बहुप्रतीक्षित मैच बन जाता है लेकिन जब बात क्रिकेट की हो तो दर्शकों का जोश और जुनून कई गुना बढ़ जाता है. हालांकि आज भारत-पाकिस्तान के बीच खेला जाने वाला एशिया कप 2025 का मैच कई अन्य वजहों से भी चर्चा में है या यूं कहें कि विवादों में है. 

    बॉयकॉट, सपोर्ट और स्पोर्ट्स

    अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश ने एक सुर में पाकिस्तान का हर तरीके से बहिष्कार करने का प्रण लिया था. बदले की कार्रवाई के रूप में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, सिंधू जल संधि को खत्म कर दिया और किसी भी क्षेत्र में साथ काम ना करने का प्रण लिया. विचारधारा से इतर हर देशवासी सरकार के इन फैसलों के साथ खड़ा था. लेकिन फिर एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच की घोषणा ने बड़ी संख्या में लोगों को चौंका दिया और नाराज कर दिया.

    आज दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 मुकाबला होगा. कई लोग, जिसमें राजनेता भी शामिल हैं, इसका विरोध कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग इस मैच का बहिष्कार करने की अपील कर रहे हैं. तो वहीं सरकार में शामिल नेता मैच कराने के पक्ष में हैं और विरोध करने वालों पर पलटवार कर रहे हैं. इन सब के बीच वो खेल प्रेमी भी हैं जो हर बार की तरह भारत की जीत के लिए दुआ मांग रहे हैं और हवन कर रहे हैं.

    यह भी पढ़ें: भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर JK स्टूडेंट एसोसिएशन ने छात्रों के लिए जारी की ये एडवाइजरी

    सोशल मीडिया पर हो रहा जमकर विरोध

    खबर लिखे जाने तक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर #BoycottINDvPAK ट्रेंड कर रहा था. एक यूजर ने लिखा, ‘एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच नहीं होना चाहिए. थोड़े दिन पहले बेगुनाह भारतीय शहीद हो गए थे. देशहित की बात करने वाले अब क्यों चुप हैं. क्रिकेट और पैसा इतना जरूरी है जो इतना जल्दी पाकिस्तान की कायराना हरकत को भूल गए.’

    एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘जमीर है तो भारत-पाकिस्तान मैच का बहिष्कार करें. मेरे सभी भाई-बहनों से सख्त निवेदन है कि कमेंट में ‘BoycottAsiacup’ लिखकर दिखाओ कि हम देशभक्त हैं. अब वक्त है स्टैंड लेने का.’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘सरकार तक सख्त संदेश पहुंचाने का सबसे सरल तरीका यही है कि हम भारत-पाकिस्तान मैच का हर स्तर पर बहिष्कार करें- चाहे स्टेडियम हो, टीवी चैनल या कोई भी माध्यम.’ 

    BCCI का क्या कहना है?

    BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर आजतक से कहा कि हम टीम इंडिया को शुभकामनाएं देते हैं. हमारी टीम पूरी कोशिश करेगी कि मैच जीते और यह जीत उन घटनाओं का करारा जवाब बने, जिन्हें हम लंबे समय तक याद नहीं रखना चाहते. उन्होंने कहा कि भले ही हमें ऐसे देश के खिलाफ खेलना है, जिसके साथ हमारे रिश्ते अच्छे नहीं हैं, लेकिन यह एक बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट है और भारत सरकार की नीति के कारण हम इसमें खेलने से मना नहीं कर सकते.

    ओवैसी ने किया खुलकर विरोध

    AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने असम और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से सवाल किया- क्या आपके पास पाकिस्तान के साथ क्रिकेट रोकने की ताकत नहीं है, वही पाकिस्तान जिसने पहलगाम में हमारे 26 लोगों को उनका मजहब पूछकर गोली मार दी थी? ओवैसी ने कहा, ‘असम के सीएम कहते हैं कि वह नोटिस देकर लोगों को बाहर फेंक देंगे. हम सब कुछ निस्वार्थ भाव से देने को तैयार हैं, पर हम कभी भी आपके आगे सिर झुकाएंगे नहीं. हम अपनी इज्जत नहीं बेचेंगे.’

    ओवैसी ने सवाल उठाया कि ‘आप अभी भी पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेल रहे हैं. अगर आपकी अपनी बेटी मर गई होती, तब भी क्या आप खेलते? एक क्रिकेट से कितना पैसा आएगा? 600 से 700 करोड़ रुपये?’ उन्होंने कहा, ‘अब बीजेपी के नेता देशभक्ति की बात करेंगे? आपको शर्म से डूब जाना चाहिए. मैं भारत के प्रधानमंत्री से पूछना चाहूंगा- जब आपने कहा था कि खून और पानी साथ नहीं बह सकते, बातचीत और आतंकवाद साथ नहीं चल सकते- तो आज आप किसे ज्यादा महत्व देते हैं, 26 भारतीय नागरिकों की जान को या पैसे को?’

    यह भी पढ़ें: एशिया कप में पाकिस्तान से खेलना क्यों भारत की मजबूरी? पूर्व खेल मंत्री ने बताई वजह

    ‘सरकार ने अनुमति दे दी है तो फिर समस्या क्या है?’

    पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने कहा, ‘जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होता है, राजनीति शुरू हो जाती है. जब सरकार ने अनुमति दे दी है तो फिर समस्या क्या है? दूसरा, हम मेजबान हैं. मेजबान पाकिस्तान से यह नहीं कह सकता कि आप मत आइए. जैसे हमारे बीसीसीआई ने फैसला लिया था कि हम पाकिस्तान नहीं जाएंगे, तो पाकिस्तान को सोचना चाहिए कि वे खेलना चाहते हैं या नहीं. हम मेजबान हैं, तो मेजबान का फर्ज़ है बुलाना.’ उन्होंने आगे कहा, ‘पहलगाम में जो हुआ उसने हमें भी दुखी किया… लेकिन आपको उसका करारा जवाब देना चाहिए, जैसा कि हमने दिया भी है… पर मैं आपको एक बात साफ बता दूं- पाकिस्तान बदलने वाला नहीं है. पाकिस्तान वही रहेगा… मैच को टाला नहीं जा सकता. इसमें इतने लोग जुड़े हैं… जिनकी रोज़ी-रोटी इसी पर निर्भर है.’

    ‘क्या BCCI प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से भी ताकतवर हो गया?’

    आदित्य ठाकरे ने कहा कि पहलगाम में हुए कायराना हमले को अभी छह महीने भी नहीं हुए और आज हालात यह हैं कि किसी को यह भी नहीं पता कि आतंकी वहां पहुंचे कैसे. इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ और प्रधानमंत्री ने कहा कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते. रक्षा मंत्री ने अचानक हुए युद्धविराम के बाद साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर रुका है, खत्म नहीं हुआ. पाकिस्तान ने भारत में हुए एशिया कप हॉकी का बहिष्कार किया, जो कि एक बहुपक्षीय टूर्नामेंट था. लेकिन बीसीसीआई पाकिस्तान से खेलने को बेताब है. क्या बीसीसीआई प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से भी ताकतवर हो गया है? क्या उसमें शहीदों और सेना के प्रति कोई संवेदना नहीं बची? उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि बीजेपी ने अपनी विचारधारा बदल दी है. सच्चाई यह है कि बिहार चुनाव में बीजेपी सेना के शौर्य और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र तो करेगी, लेकिन मैच रद्द करने की हिम्मत नहीं दिखाएगी.

    ‘खेलने पड़ते हैं ICC के टूर्नामेंट’

    बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘जब बहुपक्षीय टूर्नामेंट ACC या ICC जैसे संगठनों की ओर से आयोजित किए जाते हैं, तो देशों के लिए उसमें भाग लेना मजबूरी और जरूरत बन जाता है. अगर वे हिस्सा नहीं लेते तो टूर्नामेंट से बाहर कर दिए जाएंगे, मैच छोड़ना पड़ेगा और पॉइंट्स दूसरी टीम को मिल जाएंगे. लेकिन भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलता. हमने सालों पहले ही यह निर्णय ले लिया है कि जब तक पाकिस्तान भारत पर आतंकी हमले बंद नहीं करता, तब तक भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय टूर्नामेंट नहीं खेलेगा.’

    कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा, ‘भारत सरकार को यह फैसला करना होगा कि अगर वह एशिया कप जैसे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग नहीं लेना चाहती तो क्या होगा. अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में सिर्फ किसी एक देश के खिलाफ न खेलने का विकल्प संभव नहीं है. आपको सभी टीमों के खिलाफ खेलना ही होगा. यह एक बड़ा फैसला होगा कि हम किसी भी ऐसे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगे जिसमें पाकिस्तान शामिल हो.’

    भारत-पाकिस्तान मैच पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘हमारी समस्या हमेशा द्विपक्षीय क्रिकेट मैचों को लेकर रही है, और मुझे नहीं लगता कि बड़े टूर्नामेंटों के बहुपक्षीय हिस्से पर हमें कभी कोई आपत्ति रही है. आप जो कुछ हुआ है उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते. मेरे राज्य का हिस्सा सीधे तौर पर इसका शिकार रहा है. हम सबने देखा कि पहलगाम में क्या हुआ था. ये हमारे लिए वास्तविक चिंताएं हैं.’

    यह भी पढ़ें: पुतले फूंके, बॉयकॉट का ऐलान… भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ विपक्ष का हल्लाबोल

    बीसीसीआई से खासी नाराजगी

    लखनऊ में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर बीसीसीआई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 पर छात्रों ने बीसीसीआई का पुतला फूंका. छात्रों का कहना था कि पहलगाम में हुई 26 लोगों की मौत के बावजूद भारत और पाकिस्तान के बीच मैच कराना उचित नहीं है. भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर इस तरह का विरोध हाल के समय में पहली बार हो रहा है. ऐसे में इस बात की भी संभावना है कि इस बॉयकॉट का असर मैच की व्यूअरशिप पर भी पड़ सकता है.

    जीत के लिए पूजा-अर्चना-हवन

    दूसरी तरफ लखनऊ में विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने भारत की पाकिस्तान पर जीत का जश्न मनाने के लिए महायज्ञ का आयोजन किया, वहीं वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर क्रिकेट प्रेमियों ने मां गंगा की आरती-पूजन कर टीम इंडिया की जीत की कामना की. इस दौरान लोगों के हाथों में तिरंगा, बैट-बॉल और पसंदीदा खिलाड़ियों के साथ देवी-देवताओं की तस्वीरें थीं. क्रिकेट प्रेमियों का कहना था कि चाहे युद्ध का मैदान हो या क्रिकेट की पिच, भारत हमेशा पाकिस्तान को धूल चटाता आया है और आज भी टीम इंडिया जीत दर्ज करेगी.

    भारत-पाकिस्तान मुकाबले से पहले जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन (JKSA) ने शनिवार को कश्मीरी छात्रों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. इसमें छात्रों से अपील की गई है कि वे मैच को खेल भावना से देखें और ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट करने से बचें जिनसे उन्हें मुसीबत में फंसना पड़े. एसोसिएशन ने कहा कि छात्र अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें और क्रिकेट को अपने भविष्य के रास्ते में बाधा न बनने दें.

    —- समाप्त —-



    Source link

    Latest articles

    Miu Miu Spring 2026 Ready-to-Wear Collection

    Miu Miu Spring 2026 Ready-to-Wear Source link

    ‘सोशल मीडिया पर बहुत कुछ कहा गया…’, SIR के आलोचकों को CEC ज्ञानेश कुमार का जवाब

    चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर...

    Paul Heyman’s Looking4Larry Merges With MCM Studios in Bid to Expand New York Production (Exclusive)

    As film, TV and creator-led content continues to ramp up in the New...

    More like this

    Miu Miu Spring 2026 Ready-to-Wear Collection

    Miu Miu Spring 2026 Ready-to-Wear Source link

    ‘सोशल मीडिया पर बहुत कुछ कहा गया…’, SIR के आलोचकों को CEC ज्ञानेश कुमार का जवाब

    चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर...

    Paul Heyman’s Looking4Larry Merges With MCM Studios in Bid to Expand New York Production (Exclusive)

    As film, TV and creator-led content continues to ramp up in the New...