बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव बुधवार को पटना में आयोजित बिहार तक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने भोजपुरी गाने पर डांस कर समा बांधा और वोटर अधिकार यात्रा से लेकर पीएम मोदी की मां के लिए अपशब्दों के इस्तेमाल तक, सवालों के जवाब भी दिए. तेजस्वी ने पीएम की मां के लिए अपशब्दों के इस्तेमाल और सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बिहार बंद को लेकर सवाल पर कहा कि प्रधानमंत्री की मां भी मां हैं और हम सम्मान करते हैं.
उन्होंने कहा कि ना हमने कुछ अपशब्द बोला, ना और किसी ने बोला. जिस व्यक्ति ने बोला, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि पता चला वह व्यक्ति बीजेपी और जेडीयू में भी रहा है. घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं यहां के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष. रो रहे थे. बहुत भावुक हो गए थे. तेजस्वी ने कहा कि कुछ दिन पहले यही प्रदेश अध्यक्ष अपने आपको गाली बोलने वाला डिक्शनरी बोले थे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ दिन पहले विधानसभा सत्र चला. बीजेपी के विधायक जनक सिंह ने मुझे विधानसभा में मां-बहन की गाली दी. उन्होंने एक तस्वीर दिखाई और कहा कि ये आशुतोष कुमार हैं. इन्होंने हमारी पार्टी की महिला दलित प्रवक्ता के लिए बोले थे कि सड़क पर नंगे दौड़ाएंगे. ये प्रधानमंत्री के साथ इनकी तस्वीर है. तेजस्वी ने सवालिया अंदाज में पूछा कि ऐसे कितने नेताओं पर कार्रवाई हुई? क्या कार्रवाई हुई? केवल सहानुभूति? अरे भाई काम बताइए.
उन्होंने कहा कि लालू यादव को बीजेपी के लोगों ने क्या कम गाली दी, कर्पूरी ठाकुर को कम गाली दिया था क्या. यही बीजेपी के लोग न बोलते थे- आरक्षण कहां से आई, कर्पूरी जी की मां… तब कहां थे. तेजस्वी ने कहा कि ये हम लोगों का चाल और चरित्र नहीं है. हम लोग तो उस मंच पर भी नहीं गए. हम और राहुल गांधी कहीं दूर-दूर तक भी हैं क्या. एनडीए की ओर से इसे मुद्दा बनाने की कोशिशों पर तेजस्वी ने कहा कि बनाएं ना, ये लोग और क्या करते हैं. कोई फर्क ना पड़ा है, ना पड़ेगा.
क्या औरों की मां, मां नहीं होती- तेजस्वी यादव
पीएम मोदी के लिए जब भी अपशब्द कहे गए हैं, इसका फायदा बीजेपी को मिला है. इससे संबंधित सवाल पर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तो बड़े अच्छे-अच्छे शब्द कहे हैं. उन्होंने कुछ तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपने काम पर नहीं, अब इस पर राजनीति करेंगे. क्या औरों की मां, मां नहीं होती है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से गठबंधन के सवाल पर तेजस्वी ने स्पष्ट कहा कि हमको कभी ओवैसी का न तो फोन आया, और ना ही आधिकारिक तौर पर कभी कोई बात हुई.
वोटर अधिकार यात्रा के पटना पहुंचने पर आरजेडी ने हाथ खींच लिए, जिसकी वजह से गांधी मैदान में भीड़ नहीं हुई. इस तरह की चर्चाओं को लेकर सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि लाखों की तादाद में लोग थे. इस यात्रा में पूरा समर्थन और आशीर्वाद लोगों का मिला. बच्चे से बूढ़े तक, सभी कह रहे हैं कि इस बार वोट चोरी करने वालों को हराना है. यह मुद्दा नीतीश कुमार के लिए है या केंद्र सरकार के लिए? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वोट चोरी कहां से हो रही है, यह तो लोग जान ही रहे हैं. जो उनका सहयोगी है, वह भी वोट चोर है.
चुनाव आयोग के शिकायत नहीं करने वाले दावे पर क्या बोले
विपक्षी पार्टियां शिकायत ही नहीं कर रहीं, इसे लेकर चुनाव आयोग हर रोज प्रेस रिलीज जारी कर रहा है. इस पर तेजस्वी ने कहा कि जिन्हें मृत घोषित कर दिया गया था, उन्हें सुप्रीम कोर्ट में खड़ा करा दिया गया और राहुल गांधी के साथ चाय भी पिलवा दी गई. इससे ज्यादा अब क्या प्रमाण चाहिए. यह किसकी गड़बड़ी है. उन्होंने कहा कि क्या ज्ञानेश कुमार ने एक बार भी माफी मांगे? तेजस्वी ने कहा कि आप ही अंपायर हैं, आप ही पूरा सिस्टम हैं. इतनी शिकायतें जा रहीं, आप ले ही नहीं रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को फटकार लगाई कि आधार कार्ड जोड़ो, जिनके नाम कटे हैं, उनकी लिस्ट सार्वजनिक करो. मानना पड़ा न. तेजस्वी ने कहा कि इनका काम होना चाहिए निष्पक्ष चुनाव कराना. प्रधानमंत्री बिहार आकर बोलते हैं कि एसआईआर इस चल रहा है, क्योंकि घुसपैठिए आ गए हैं. चुनाव आयोग ने जब कोर्ट में हलफनामा दायर कर कह दिया कि यह कोई कैटेगरी ही नहीं है, तो प्रधानमंत्री ये कैसे बोल रहे हैं. उन्होंने घुसपैठियों का साथ देने के आरोप पर कहा कि बिहार के लोगों को बेवकूफ समझ रखे हैं क्या. घुसपैठिया आया है, तो गुजरात का घुसपैठिया आया है, जिसका नाम भीखू भाई है.
मालिक जनता है, मुझे मालिकों पर विश्वास- तेजस्वी
प्रशांत किशोर ने बिहार तक बैठक में तेजस्वी को लेकर कहा था कि वह कोई भी काम अच्छे से नहीं जानते हैं. पढ़ाई भी पूरी नहीं की. खेलकूद भी करना चाहा, तो बस पानी पिलाते रह गए. डांस करने की कोशिश की, तो वह भी ठीक से नहीं कर पाए. तेजस्वी मुख्यमंत्री इन वेटिंग हैं और आजीवन मुख्यमंत्री इन वेटिंग ही रह जाएंगे. प्रशांत किशोर की इन निजी टिप्पणियों को लेकर सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कौन क्या कहता है, इससे मुझे कोई नहीं पड़ता. पहले से ही इतने लोग गाली दे रहे, एक और आ गया तो कोई बड़ी बात हो गई क्या.
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उन्होंने कहा कि मालिक जनता है और हमको मालिकों पर विश्वास है. पीके से नफा-नुकसान के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि नई-नई पार्टी लोग बनाते रहें, उससे क्या फर्क पड़ने वाला है. बिहार चुनाव से पहले कई पार्टियां बनी हैं. जब तक लोग लालू यादव और तेजस्वी को गाली नहीं देंगे, तब तक खबर में कहां से आएंगे. 2015 के चुनाव में पीके आपके साथ थे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे साथ नहीं थे, वह नीतीश कुमार के साथ थे. आपको तो पता ही होगा, बस नीतीश कुमार का पोस्टर लगा दिए थे पीला-पीला. बाद में पोस्टर बदला गया.
‘नीतीश कुमार नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह’
पीके का तब लालू यादव और तेजस्वी के यहां आना-जाना था, बातचीत होती थी. इससे जुड़े सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि आना-जाना सबका होता है. राजनीतिक लोग सबसे मिलते हैं. शादी-ब्याह में भी आना-जाना सबके यहां होता है, जो दूसरे दलों में हैं. उन्होंने कहा कि कोई बाहर से बिहार आएगा, तो बिना लालू यादव से मिले चला जाएगा?
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तेजस्वी ने नीतीश कुमार को नैतिक भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह बताया और कहा कि सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक 80 हजार करोड़ का हिसाब-किताब नहीं मिल रहा है. एक ही विभाग के तीन इंजीनियर के यहां रेड पड़ी और सौ-सौ करोड़ रुपये मिले. 10 करोड़ रुपये तो जला दिए गए. इनके खिलाफ वारंट जारी नहीं होता है, ये नीती कुमार का मॉडल है.
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