MP News: खरगोन डीआरपी लाइन में रक्षित निरीक्षक (RI) ने कुत्ते संभालने की छोटी-सी बात पर एक कांस्टेबल की पिटाई कर दी. कांस्टेबल ने बेल्ट से मारपीट करने और शरीर पर निशाना बनने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है. साथ ही अजाक थाने में आरआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन भी दिया है.
थाने पहुंचे पीड़ित कांस्टेबल राहुल चौहान ने कहा, ”रक्षित निरीक्षक सौरभ कुशवाह के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए आया हूं. दरअसल, आरआई के पास दो डॉगी हैं. इनमें से एक छोटा डॉगी कहीं पर चला गया. उन्होंने ढूंढा, उन्हें मिला नहीं तो 1 बजे रात को मेरे घर पर आए और मुझे अपने घर ले गए. मेरे हाथ से मोबाइल छीन लिया और मुझे कमरे में ले जाकर बेल्ट से बुरी तरह मारा. मेरे समाज को लेकर भी गलत बातें कही गईं. अब मुझे न्याय चाहिए. ”
कांस्टेबल की पत्नी जयश्री का कहना है, ”मेरे पति राहुल चौहान कांस्टेबल के पद पर पदस्थ हैं. उन्हें आरआई साहब ने बेल्ट से बुरी तरह मारा. जब मैं उनके साथ उनके कारण पूछने गई तो मुझे भी जातिसूचक शब्द कहे और अपमानित किया. कारण था कि उनका डॉगी कहीं भाग गया था और आरोप लगा रहे थे कि उसे मारकर कहीं गाड़ दिया है. इस बात के कारण रात में बुलाकर बुरी तरह से मारा बेल्ट से मारा. गंभीर चोटें आई हैं, जबकि उनका डॉगी बाद में मिल गया था.”
वहीं, एक दिन बीतने के बावजूद कार्रवाई न होने पर और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद आदिवासी समाज के संगठन जयस को सूचना मिली. जयस के कई लोग खंडवा वडोदरा नेशनल हाइवे स्थित अजाक थाने के सामने पहुंचे और थाने का घेराव कर दिया.
इसके बाद नेशनल हाइवे पर चक्काजाम शुरू कर दिया. जैसे ही चक्काजाम की सूचना एसडीओपी रोहित लखारे और थाना इंचार्ज बीएल मंडलोई को मिली तो दलबल के साथ सभी अजाक थाने पर पहुंच गए.
FIR की मांग पर अड़ा जयस
जयस संगठन आरआई कुशवाह को निलंबित करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर अड़ गया. देर शाम तक आदिवासियों का प्रदर्शन और चक्काजाम जारी रहा. एसडीएम कटारे और एसडीओपी ने समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन आदिवासी संगठन के लोग आरआई के खिलाफ एफआईआर को लेकर अड़े हुए हैं.
इनका कहना
अजाक थाना इंचार्ज राजेश शाह का कहना है, ”यह पुलिस परिवार का मामला है. अभी तक इन लोगों ने कोई आवेदन भी नहीं दिया है. यदि आवेदन देते हैं तो उच्च स्तरीय जांच हो जाएगी.”
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