असम में ड्रग्स के खिलाफ पुलिस का बड़ा अभियान लगातार जारी है. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में चलाए गए तीन बड़े ऑपरेशनों में 7 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की प्रतिबंधित ड्रग्स जब्त की गई हैं. इसके साथ ही गो संदिग्ध तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस बारे में जानकारी दी है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि शनिवार रात श्रीभूमि जिले में दो और कार्बी आंगलोंग में एक अभियान चलाया गया. इन ऑपरेशनों में पुलिस ने तस्करों को दबोचते हुए लाखों की नशीली गोलियां और भारी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए हैं. इन छापों में करीब 20 हजार याबा टैबलेट बरामद की गई हैं. इनकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 3 करोड़ रुपए से ज्यादा है.
उन्होंने रविवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर किए गए एक पोस्ट में लिखा कि श्रीभूमि पुलिस की टीम ने नशे के कारोबार पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. दो अलग-अलग छापों में करीब 20 हजार याबा टैबलेट बरामद की गईं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 3 करोड़ रुपए से ज्यादा है. इस ऑपरेशन में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
बताते चलें कि कि याबा टैबलेट भारत में पूरी तरह बैन हैं. इनमें मेथैम्फेटामाइन होता है. यह पदार्थ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेस एक्ट के तहत अनुसूची-2 में शामिल है. इसका सेवन अपराध है. शनिवार शाम को मुख्यमंत्री ने एक और ऑपरेशन की जानकारी साझा की थी. कार्बी आंगलोंग में एक तस्कर को 4.1 किलो मॉर्फीन के साथ पकड़ गया था.
यहां से बरामद मॉर्फीन की कीमत 4 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई थी. सीएम सरमा ने तंज भरे अंदाज में लिखा, “क्या सप्ताहांत में नशा करने का मन करता है? असम में ऐसा नहीं है, क्योंकि हमारी योजनाएं अलग हैं. पुलिस की शानदार कार्रवाई में करोड़ों कीमत की मॉर्फीन बाजार से हटा दी गई. एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.”
असम में नशे का नेटवर्क तोड़ने के लिए पुलिस और एसटीएफ लगातार अभियान चला रही है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा खुद इन कार्रवाइयों की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हैं और साफ संदेश देते हैं कि राज्य में नशे के कारोबारियों की कोई जगह नहीं है. इन हालिया ऑपरेशनों के बाद पुलिस की पकड़ में आए तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है.
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