पाकिस्तान (Pakistan) लंबे समय से आर्थिक बदहाली का शिकार है और IMF से लेकर World Bank तक तमाम मदद के बावजूद इसका आर्थिक संकट ( Economic Crisis) कम होने का नाम नहीं ले रहा है और कर्ज का बोझ तो लगातार बढ़ता ही जा रहा है. लेकिन अब पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर (Asim Munir) दावा कर रहे हैं, कि जल्द देश पर कर्ज का बोझ कम कर लेंगे और दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में एक बन जाएंगे. आइए जानते हैं मुनीर आखिर क्यों ऐसे दावे कर रहे हैं और पाकिस्तान को ऐसा कौन सा खजाना हाथ लगा है?
‘रेको दिक’ खदान पर फूल रहे मुनीर
महंगाई… कर्ज और बदहाली, पाकिस्तान पर ये शब्द सटीक बैठते हैं. अपनी कंगाली दूर करने के लिए PAK लगातार आईएमएफ से लेकर विश्व बैंक तक और अपने मित्र देशों के आगे कटोरा लिए नजर आया और उसे मदद मिली भी, लेकिन देश के आर्थिक हालात सुधरते नजर नहीं आई. लेकिन पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर (Pakistan Army Chief Asim Munir) को लगता है कि देश का भविष्य रेको दिक खदान (Reko Diq) में दफन है और इसके जरिए न सिर्फ बदहाल पाक की कंगाली दूर हो सकती है, बल्कि वो अमीर देशों की लिस्ट में शामिल हो सकता है.
आर्मी चीफ बोले- ‘इससे अरबों डॉलर कमाएंगे’
आसिम मुनीर ने पाकिस्तानी जंग मीडिया ग्रुप के साथ एक इंटरव्यू के दौरान इस तरह के दावे किए हैं. उन्होंने कहा कि, ‘Pakistan दुर्लभ खनिजों के भंडार पर बैठा हुआ है, हम जल्द ही अपना कर्ज कम कर देंगे और दुनिया के सबसे समृद्ध समाजों में से एक बन जाएंगे.’ उन्होंने बलूचिस्तान प्रांत में मौजूद रेको दिक खदान को एक खजाना बताते हुए कहा कि अगले साल से हम कम से कम 2 अरब डॉलर प्रतिवर्ष उत्पादन शुरू कर देंगे.
हालांकि, मुनीर ने कहा कि इसकी कुंजी चीन (China) के पास है. उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े अप्रयुक्त सोने और तांबे के भंडारों में से एक रेको दिक दांव लगाते हुए कहा कि अगर चीन इसमें शामिल रहता है, तो यह परियोजना अरबों डॉलर कमाएगी, राष्ट्रीय कर्ज को खत्म करेगी. गौरतलब है कि पाकिस्तान की इकोनॉमिक सर्वे 2024-25 के अनुसार, इस वर्ष मार्च 2025 के अंत में Pakistan Debt 76,010 अरब रुपये था. इसमें 51,520 अरब रुपये (करीब 180 अरब डॉलर) का घरेलू ऋण और 24,490 अरब रुपये (87.4 अरब डॉलर) का एक्सटर्नल कर्ज शामिल है.
Reko Diq में कितना सोना?
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मौजूद रेको दिक खदाम में अनुमानित 12.3 मिलियन टन तांबा और 20 मिलियन औंस से ज्यादा सोने का भंडार (Gold) मौजूद है और हमेशा से ही इस Gold Mine को एक संभावित आर्थिक बदलाव के रूप में देखा जाता रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के जरिए चीन पहले से ही इस सेक्टर में बड़ा और प्रमुख प्लेयर बना हुआ है और एनालिस्ट्स का कहना है कि पाकिस्तान का रेको दिक उसके नेटवर्क का अगला केंद्र बन सकता है. आसिम मुनीर ने भी चीन का सीधे नाम लिए बिना वाशिंगटन और बीजिंग दोनों के साथ संतुलित साझेदारी पर जोर दिया और उन्हें समान रूप से महत्वपूर्ण करार दिया है.
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