मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने CEC पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैंने लोगों से बात की है, उनका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया. जो संविधान से आपको हक मिलता है उसे छीना जा रहा है. साथ ही कहा कि इलेक्शन कमीशन मुझसे कहता है कि एफिडेविट दो, लेकिन अनुराग ठाकुर भी वही बात कहते हैं, जो मैं कर रहा हूं, तो उनसे एफिडेविट नहीं मांगा जाता.
राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में हमने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की. काफ़ी समय से लोगों को शक हो रहा है कि चुनाव में घपला हो रहा है. महाराष्ट्र में घपला किया. बीजेपी को सारे नए वोटर मिल रहे है. चुनाव आयोग से पूछते हैं, तो वो बोलते हैं कि हमें आपको नहीं समझाना. सीसीटीवी मांगा तो चुनाव आयोग ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज नहीं देगे. इलेक्ट्रोनिक वोटर लिस्ट मांगी, तो वो भी देने से मना कर दिया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मैं पूछता हूं कि आपने सीसीटीवी का क़ानून बनाया तो उसको बदला क्यों? क्या आपको पता है कि मुख्य चुनाव आयुक्त पर कोई केस नहीं कर सकता. कोई भी कोर्ट केस नहीं कर सकता. ये क़ानून क्यों बनाया गया? दरअसल, ये इसलिए बनाया गया, क्योंकि मुख्य चुनाव आयुक्त पर कभी कोई केस नही कर सके. ये क़ानून पीएम मोदी और अमित शाह ने बनाया था, ताकि वोट चोरी करवा सकें. लेकिन हम वोट चोरी नहीं होने देंगे.
‘मैं और तेजस्वी चुनाव आयोग और पीएम मोदी से नहीं डरते’
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और चुनाव आयोग ये समझ ले कि मैं और तेजस्वी आपसे नहीं डरते. वोट चोरी की सच्चाई हिंदुस्तान के हर नागरिक के सामने रखेंगे.यहां की पुलिस ने बैरिकेड लगा दिया, ताकि आप लोग आगे ना आ सकें. लेकिन हम बैरिकेड तक आ गए. आप भी आए. ये है बिहार की शक्ति.
राहुल गांधी का EC पर तीखा हमला
राहुल गांधी ने X पर पोस्ट कर कहा कि चुनाव आयोग (EC) ने ज़िंदा लोगों को मरा हुआ घोषित कर दिया. EC ने उन लोगों को भी वोटर लिस्ट से हटा दिया, जिन्होंने अभी लोकसभा चुनाव में वोट डाला था. EC ने एक बार फिर डिजिटल, मशीन-रीडेबल वोटर रोल देने से इनकार कर दिया. EC अब CCTV फुटेज न देने के लिए बहाने पर बहाना बना रही है.उन्होंने कहा कि पहले वोट चोरी दबे पांव हुई, दुबक कर की. अब SIR के नाम पर खुलेआम की जा रही है.
—- समाप्त —-