भारत-अमेरिका के बीच संबंधों में आ रही चुनौतियों पर चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है. गुरुवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन और भारत दोनों बड़े विकासशील देश हैं और ग्लोबल साउथ के अहम सदस्य हैं.
उन्होंने कहा कि ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) का एक-दूसरे की सफलता में सहयोगी बनकर सहयोग करना दोनों पक्षों के लिए सही विकल्प है. लिन जियान का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और अमेरिका के संबंधों में हाल ही में कुछ मतभेद और चुनौतियां देखी गई हैं.
लिन जियान ने कहा कि चीन, दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई अहम सहमतियों को अमल में लाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है. इसके तहत राजनीतिक भरोसा बढ़ाना, आपसी संवाद और सहयोग को विस्तार देना, बड़े हितों को ध्यान में रखते हुए मतभेदों को सुलझाना और शंघाई सहयोग संगठन जैसे बहुपक्षीय मंचों पर समन्वय को मजबूत करना शामिल है. लिन जियान के अनुसार इस सहयोग से चीन-भारत रिश्तों के स्वस्थ और स्थिर विकास को बढ़ावा मिलेगा.
चीन जाएंगे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी 31 अगस्त को तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 7 साल बाद पहली बार चीन जाएंगे. इस दौरान उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की संभावना भी जताई जा रही है.
चीन ने किया पीएम मोदी का वेलकम
वहीं, चीन ने पिछले हफ्ते पीएम मोदी के प्रस्तावित दौरे का स्वागत किया था. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा था कि हमें विश्वास है कि सभी पक्षों के सामूहिक प्रयास से तियानजिन शिखर सम्मेलन एकजुटता, मित्रता और अच्छे नतीजों का प्रतीक बनेगा और SCO उच्च गुणवत्ता वाले विकास के नए चरण में प्रवेश करेगा.
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