भारत और अमेरिका के संबंधों में आई खटास के बाद, भारत और चीन पांच साल बाद रुके बॉर्डर ट्रेड (India-China Trade) को फिर से शुरू करने पर चुपचाप चर्चा कर रहे हैं. दोनों देशों के बीच बॉर्डर ट्रेड डोकलाम सैन्य झड़प के बाद रुका हुआ था, लेकिन अब ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसे फिर से शुरू किया जा सकता है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत के अधिकारियों ने विवादित हिमालयी सीमा पर तीन व्यापारिक बिंदुओं के माध्यम से चीजों के लेन-देन को फिर से शुरू करने के लिए बातचीत की पुष्टि की है. दोनों देशों के बीच शुरू हुई ये चर्चा बताती है कि इनके बीच रिश्ते सुधर रहे हैं. हालांकि अभी ये चर्चाएं प्राइवेट तौर पर हो रही हैं. चीन ने भी इसका समर्थन करते हुए कहा है कि भारत के साथ संचार और समन्वय बढ़ाने को तैयार हैं. सीमा व्यापार (Border Trade) दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है.
2017-18 के बाद बंद है सीमा व्यापार
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2017-18 में सिर्फ 3.16 मिलियन डॉलर का व्यापार मसालों, कालीनों, लकड़ी के फर्नीचर, औषधीय जड़ी-बूटियों और ऊन जैसी वस्तुओं से जुड़ा था. महामारी के दौरान इस व्यापार को 2020 में गलवान घाटी में हुए झड़प के कारण रोक दिया गया था. इसमें 20 भारतीय और कम से कम चार चीनी सैनिक की जान चली गई थी.
अलगे महीने से डायरेक्ट फ्लाइट होगी शुरू
लेकिन अब रिपोर्ट का दावा है कि दोनों देश धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में बताया गया था कि भारत और चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट भी अगले महीने से शुरू होने की उम्मीद है. वहीं चीन ने भारत को कुछ फर्टिलाइजर के एक्पोर्ट में भी छूट दी है.
अगले महीने चीन की यात्रा पर PM मोदी?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के लिए अगस्त में चीन की यात्रा करने की उम्मीद है. यह सात सालों में उनकी पहली चीन यात्रा होगी और इस दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की भी संभावना जताई जा रही है.
दोनों देशों के बीच अच्छे होंगे रिश्ते
सीमा व्यापार आर्थिक रूप से भले ही बहुत कम है, लेकिन इसके फिर से शुरू होने से दोनों परमाणु पड़ोसियों के बीच संबंधों में बदलाव आएगा. यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ रहा है.अमेरिका ने भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने पर आपत्ति जताई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि अगर भारत ने रूसी तेल खरीदना बंद नहीं किया तो वह भारत पर टैरिफ को बढ़ाकर 50 फीसदी कर देंगे. बात दें 7 अगस्त से भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लागू है और 27 अगस्त से 25 फीसदी और टैरिफ लागू होने वाला है.
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