सर, क्रेडिट कार्ड बनवा लीजिए… एकदम फ्री है.. कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगेगा… इसके साथ आपको फ्री में… ये जानी-पहचानी आवाज हमें किसी मॉल के गेट पर, ऑफिस के बाहर, मेट्रो स्टेशन के पास, चाय-सुट्टे की दुकान या किसी भी भीड़-भाड़ वाली जगह पर सुनने को मिल सकती है. फॉर्मल कपड़ों में कंधे पर बैग लटकाए कम उम्र के कुछ लड़के-लड़कियां हर ऐसी जगह दिख जाते हैं, जो आते-जाते लोगों से कार्ड अप्लाई की रिक्वेस्ट करते हैं.
कई बार ऐसे बच्चे हममें से कईयों से टकराते हैं, लेकिन क्रेडिट कार्ड की आवश्यकता नहीं होने के कारण हम इन्हें मना कर देते हैं. एक क्रेडिट कार्ड बेचने के लिए दिन-दिनभर इन्हें धूप में खड़े रहकर अपना खून-पसीना जलाना पड़ता है. फिर भी इन्हें लोगों से सिर्फ ना सुनना पड़ता है. ऐसे में जानते हैं कि एक क्रेडिट कार्ड बेचने में इन्हें कितनी मेहनत करनी पड़ती है और इनकी कितनी कमाई हो पाती है?
100 लोगों में सिर्फ एक कार्ड लेने को तैयार होते हैं
सड़क के किनारे घूम-घूमकर लोगों को क्रेडिट कार्ड बेचने वाले एक ऐसे ही लड़के ने बताया कि उन्हें कोई छुट्टी नहीं मिलती है. संडे को भी काम करना पड़ता है. पूरे दिन 100 लोगों से रिक्वेस्ट करने के बावजूद सिर्फ 4-5 लोग ही इंटरेस्ट दिखाते हैं. इनमें से भी कोई एक बंदा क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के लिए राजी होता है.
महीने का टारगेट पूरा नहीं होने पर कट जाती है सैलरी
जहां तक कमाई की बात है तो उसने बताया कि एक कार्ड पर कमीशन तो मिलता है, पर कुछ भी फिक्स नहीं होता. क्योंकि, हमसे 10 या 12 हजार रुपये मंथली सैलरी पर काम करवाया जाता है. हर दिन कम से कम 1 कार्ड बेचने का टारगेट दिया जाता है. यानी महीने में 30 कार्ड के लिए लोगों से अप्लाई करवाना है.
एक कार्ड पर 150 से 500 तक कमीशन
महीने का टारगेट पूरा कर पाना काफी मुश्किल होता है. अगर टारगेट पूरा कर दिया तो पूरी सैलरी और हर कार्ड के 150 या 200 रुपये अलग से इंसेटिव मिलते हैं. वहीं टारगेट पूरा नहीं होने पर सैलरी होल्ड भी हो जाती है या फिर कम सैलरी मिलती है.
पूरे दिन 100 या उससे भी ज्यादा लोगों से रिक्वेस्ट करने के बाद, अगर दिन अच्छा हो तो किसी तरह एक कार्ड के लिए कोई अप्लाई करता है. इस तरह बमुश्किल ही महीने में 30 का टारगेट पूरा हो पाता है.
एजेंसी के जरिए कार्ड बेचने के लिए
उसने बताया कि हम क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक के पेरोल पर नहीं होते हैं. बैंक कार्ड बेचने के लिए एक एजेंसी को ठेका दे देती है. वही एजेंसियां हमें अलग-अलग टर्म कंडीशन पर काम देती है.
कुछ एजेंसी एक कार्ड बेचने पर सिर्फ 500 से 1000 रुपये तक कमीशन देती है. कुछ एक फिक्स्ड सैलरी जैसे 10 या 12 हजार रुपये देती है और कार्ड अप्लाई करने के लिए लोगों से रिक्वेस्ट करने को कहती है. कुछ एजेंसियां सैलरी के साथ टारगेट पूरा होने पर प्रति कार्ड इंसेंटिव भी देती है.
एक कार्ड बेचने पर कितना बंधा होता है कमीशन
एक क्रेडिट कार्ड बेचने पर कोई फिक्स्ड कमीशन नहीं होता है. क्योंकि, क्रेडिट कार्ड के कई वेरिएंट होते हैं. इन्हीं वेरिएंट के आधार पर कमीशन बंधा होता है. एक हाई वेरिएंट कार्ड पर 2000 रुपये या उससे भी ज्यादा और लो वेरिएंट कार्ड पर न्यूनतम 500 रुपये प्रतिकार्ड कमिशन मिलता है.
बैंक कार्ड बेचने का काम बाहरी एजेंसी को आउटसोर्स कर देती है. इन एजेंसियों को DSA (Direct Selling Agent) कहा जाता है. इन एजेंसियां को ही प्रति कार्ड के हिसाब से कमीशन मिलता है. फिर ये एजेंसिया क्रेडिट कार्ड बेचने के लिए कुछ लड़के-लड़कियों को 10 या 12 हजार रुपये मंथली पर रख लेते हैं. फिर अलग-अलग टर्म कंडीशन के साथ इनसे काम करवाते हैं. हालांकि, डीएसए के अलावा भी कई चैनल होते हैं, जिसके जरिए क्रेडिट कार्ड बेचा जाता है.
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