झारखंड के साहिबगंज जिले में शनिवार सुबह गंगा नदी में दर्दनाक हादसा हो गया. बरहड़वा प्रखंड के गदाई दियारा क्षेत्र में एक नाव पलट गई, जिसमें कुल 32 लोग सवार थे. इनमें से 28 लोगों ने किसी तरह तैरकर जान बचा ली, जबकि चार लोग डूब गए. इन चार में से एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि तीन अन्य अब भी लापता हैं. घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है और प्रशासन राहत-बचाव में जुट गया है.
चूहे पकड़ने गए थे युवक
यह हादसा सुबह लगभग 7:30 बजे हुआ, जब रांगा थाना क्षेत्र के एक गांव से 17 आदिवासी युवक चूहे पकड़ने के लिए गंगा पार दियारा क्षेत्र गए थे. बरसात के मौसम में चूहे अपने बिल से बाहर निकल आते हैं और यही वजह थी कि युवक बड़ी संख्या में वहां पहुंचे थे. वापसी में महाराजपुर घाट पर स्थानीय लोग भी नाव में सवार हो गए, जिससे नाव पर कुल 32 लोग हो गए.
नाव अधिक वजन के चलते असंतुलित हो गई और बीच गंगा में पलट गई. हादसे के बाद स्थानीय युवकों ने हिम्मत दिखाते हुए कई लोगों को बाहर निकाला. डूबे युवकों में से काहा हांसदा को पानी से निकाला गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. वहीं उसके साथ गए कृष्णा, जमाई और एक अन्य युवक अब तक लापता हैं.
रेस्क्यू के लिए बुलाई गई एनडीआरएफ की टीम
सूचना मिलने पर गंगा थाना प्रभारी लव कुमार और राजमहल अंचल पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. जिला प्रशासन ने तुरंत गोताखोरों की मदद से तलाशी अभियान शुरू कराया. इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम को पटना के बिहटा से बुलाया गया है जो जल्द ही राहत-बचाव कार्य में शामिल हो जाएगी.
साहिबगंज डीसी हेमंत सती ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम बाढ़ खत्म होने तक जिले में तैनात रहेगी. प्रशासन जान-माल की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी जरूरी कदम उठा रहा है.
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