टैरिफ को लेकर अमेरिका के दबाव के बीच भारत की कई सरकारी तेल रिफाइनरी कंपनियों ने रूस से कच्चे तेल की खरीद पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है.
इनमें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और मैंगलोर रिफाइनरी पेट्रोकेमिकल जैसी तेल रिफाइनरी कंपनियां शामिल हैं. इन्होंने रूस से कच्चे तेल खरीदना फिलहाल रोक दिया है. इसके बजाए इन कंपनियों ने तेल खरीद के लिए मिडिल ईस्ट और अफ्रीका की ओर रुख किया है.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि भारत की इन सरकारी कंपनियों ने बीते हफ्ते से कच्चा तेल इंपोर्ट नहीं किया है. अभी तक इन कंपनियों और सरकार की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया है.
हालांकि, रिलायंस और नायरा जैसी भारत की निजी तेल रिफाइनरी कंपनियां सालाना सौदे के तहत अभी भी रूस का तेल आयात कर रही हैं. 2022 के बाद से रूस से भारत जिन सस्ती दरों पर तेल खरीद रहा था. उसमें गिरावट आई है.
ट्रंप ने रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर भारत पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी दी थी. ट्रंप ने 90 से ज्यादा देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान कर दिया है. भारत पर एक अगस्त से 25 फीसदी टैरिफ लगाया गया है. रूस से तेल खरीद को लेकर ट्रंप भारत पर अतिरिक्त पेनाल्टी भी लगा सकते हैं.
बता दें कि भारत तेल आयात के मामले में दुनिया का तीसरा बड़ा देश है. वह चीन के बाद रूस से सबसे ज्यादा तेल खरीद रहा है.
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