जब आई थी, तब सोशल मीडिया था भी नहीं. हमारे पास स्मार्टफोन्स भी नहीं थे. मेरा गोल है खुद के काम को बेहतर करना, न कि फालतू की बातों पर ध्यान देना.
जब आई थी, तब सोशल मीडिया था भी नहीं. हमारे पास स्मार्टफोन्स भी नहीं थे. मेरा गोल है खुद के काम को बेहतर करना, न कि फालतू की बातों पर ध्यान देना.
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