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    ‘हम हमेशा स्ट्रेट बैट से खेलते हैं…’, क्रिकेट से करी तक, किएर स्टार्मर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोले PM मोदी

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जो भारत-यूके के बीच बहुप्रतीक्षित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन के बाद आयोजित की गई. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों की तुलना क्रिकेट से करते हुए कहा, ‘हमारे लिए क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जुनून है और हमारी साझेदारी का एक शानदार उदाहरण भी.’

    ‘हम हमेशा स्ट्रेट बैट से खेलते हैं’

    उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी बल्ला चूक भी जाता है, लेकिन हम हमेशा स्ट्रेट बैट से खेलते हैं. हम एक हाई-स्कोरिंग और मजबूत साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’ क्रिकेट में ‘स्ट्रेट बैट’ से खेलने का मतलब है सीधे बल्ले से बैटिंग करना, जो रक्षात्मक और अनुशासित तकनीक मानी जाती है. अपने इस बयान के जरिए पीएम मोदी ने यह संदेश दिया कि भारत और ब्रिटेन के रिश्ते भी ईमानदारी, पारदर्शिता और सीधे संवाद पर आधारित हैं.

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    ‘सिर्फ करी नहीं लाए भारतीय…’ 

    यह टिप्पणी उस समय और भी खास हो जाती है जब भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ब्रिटेन में ही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत चौथा टेस्ट मैच खेल रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है.

    उन्होंने कहा, ‘भारतीय यहां सिर्फ करी नहीं लाए, बल्कि क्रिएटिविटी, कमिटमेंट और कैरेक्टर भी लाए. उनका योगदान सिर्फ ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संस्कृति, खेल और सार्वजनिक सेवा में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देता है.’

    यूके की अर्थव्यवस्था में हिंदुस्तानियों का योगदान

    1950 और 60 के दशक में जब बड़ी संख्या में भारतीय ब्रिटेन आए, तब उन्होंने रेस्तरां और टेकअवे शुरू किए. उस दौर में चिकन टिक्का मसाला और विंडालू जैसे व्यंजन ब्रिटेन में मशहूर हुए और ‘करी’ शब्द भारतीय व्यंजनों के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा. हालांकि, समय के साथ भारतीय प्रवासियों ने अपनी मेहनत और उपलब्धियों के जरिए इस सोच को बदल दिया. 2021 की UK जनगणना के अनुसार, ब्रिटेन में लगभग 19 लाख भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. 

    यह भी पढ़ें: भारत-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड डील हुई, पीएम मोदी बोले- यूके के प्रोडक्ट अब सस्ते मिलेंगे

    लोगों को नौकरियां दे रहे भारतीय प्रवासी

    ग्रांट थॉर्नटन की 2021 रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में 850 ऐसे बिजनेस, जो भारतीय प्रवासी चलाते हैं, ने 50.8 अरब पाउंड का टर्नओवर किया और 1,16,000 से अधिक लोगों को रोजगार दिया. वेदांता रिसोर्सेज, बोपारण होल्डको और हिंदुजा ग्रुप जैसे बड़े भारतीय उद्योग समूहों ने हॉस्पिटैलिटी, हेल्थकेयर, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल जैसे क्षेत्रों में हजारों नौकरियां पैदा की हैं.

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