अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को छावा संगठन के कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी. छावा संगठन के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे से लातूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान धक्का-मुक्की की और उनके सामने ताश के पत्ते फेंके.
छावा संगठन के कार्यकर्ता राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विरोध कर रहे थे, क्योंकि हाल ही में संपन्न राज्य विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान उन्हें कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन पर रमी खेलते हुए दिखाने वाला एक वीडियो वायरल हुआ था.
एनसीपी (सपा) विधायक रोहित पवार द्वारा कोकाटे का वीडियो क्लिप शेयर करने के बाद, कोकाटे ने साफ किया कि वह विधान परिषद में अपने मोबाइल फ़ोन की स्क्रीन पर चमकते एक डाउनलोड किए गए गेम को बस स्किप कर रहे थे.
टीवी चैनलों पर छावा संगठन के नेता विजय घाटगे तटकरे से भिड़ते और कोकाटे के इस्तीफ़े की मांग करते हुए उनकी मेज़ पर ताश के पत्तों की गड्डी फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं. कुछ देर बाद, एनसीपी कार्यकर्ताओं ने घाटगे और अन्य लोगों पर लात-घूंसों की बरसात कर दी, जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप करके उन्हें अलग किया.
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हमले में शामिल एनसीपी युवा विंग के अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने आरोप लगाया कि घाटगे और अन्य पदाधिकारियों द्वारा एनसीपी नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के कारण यह घटना हुई. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हम अपना आपा खो बैठे और यह कदम उठा लिया. सिर्फ़ इसलिए कि हम सत्ता में हैं, इसका मतलब यह नहीं कि हम कुछ गलत कर रहे हैं.”
चव्हाण ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तटकरे पर ताश के पत्ते फेंके. वे संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन कर सकते थे.
छावा संगठन किलों के संरक्षण के लिए काम करता है और विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन करता है.
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, एनसीपी (एसपी) नेता रोहिणी खडसे ने कहा कि महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में इस तरह की हिंसा अभूतपूर्व है. एनसीपी (सपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने आरोप लगाया कि बीजेपी शासन में महाराष्ट्र एमएमए (मिश्रित मार्शल आर्ट) के अखाड़े में तब्दील हो रहा है.
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