ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में बीडीएस सेकंड ईयर की छात्रा ने शुक्रवार को सुसाइड कर लिया. सुसाइड नोट में छात्रा ने शिक्षकों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों ने जमकर किया हंगामा. इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच नोंकझोक भी हुई. फिलहाल विवि प्रशासन ने उत्पीड़न मामले में 2 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, पुलिस ने मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है.
आजतक से बात करते हुए छात्रा की मां ने कहा कि डीएम सर को सब पता है. सोमवार को डीएम सर से बात हुई थी. आप उनसे खुद पूछ सकते हैं. यूपी पुलिस की तरफ से हमारे ऊपर लाठीचार्ज किया गया. मेरी बेटी मेरे पास और अपने पापा के पास दिन में 3 से 5 बार कॉल करती थी. लेकिन कल उसका सिर्फ एक बार कॉल आया.
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सुबह जब वह स्कूल गई तब उसने मेरे पास कॉल किया. लेकिन 4 बजे, स्कूल से आने के बाद कॉल नहीं किया. 5 बजे मैंने उसके पास कॉल किया. लेकिन उसने फोन नहीं उठाया. मेरी बेटी को मारा गया है. बेटी को शिक्षकों की तरफ से कहा जाता था कि तुम तो खुद सिग्नेचर कर लेती है. हमारी जरूरत क्या है? हम तुम्हें फेल कर देंगे.
मामले में विश्वविद्यालय का आया बयान
मामले में विश्वविद्यालय के पीआरओ का बयान आया है. विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि छात्रा ने सुसाइड किया है. हम परिवार के साथ खड़े हैं. फिलहाल 2 टीचर को सस्पेंड किया गया है. एक कमेटी भी बनाई गई है जांच के लिए. कमेटी की रिपोर्ट के बाद जो दोषी पाया जाएगा उसके ऊपर कार्रवाई होगी.
एक अन्य छात्रा ने बताया कि हम लोग बीडीएस सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स हैं. थ्योरी के अलावा हमारा प्रैक्टिकल एग्जाम भी होता है. किसी एक टॉपिक का प्रैक्टिकल पूरा करने पर संबंधित टीचर का सिग्नेचर जरूरी होता है. लेकिन कुछ टीचर की तरफ से प्रैक्टिकल वर्क पर सिग्नेचर नहीं किया जा रहा था. हमारी एक सहपाठी ने सुसाइड कर लिया. उसने सुसाइड नोट में शिक्षक पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
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