नीति आयोग की एक रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल की जगह बिहार को दर्शाने वाली गंभीर गलती पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस चूक को राज्य की पहचान और गरिमा का अपमान बताया और इसे एक गंभीर लापरवाही करार दिया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष को आपत्ति दर्ज कराते हुए पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने इस गलती पर गहरी चिंता और स्पष्ट अस्वीकृति जताई. यह त्रुटि नीति आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित पश्चिम बंगाल राज्य के लिए सारांश रिपोर्ट की कवर पेज पर पाई गई, जिसमें राज्य की जगह गलत मानचित्र छपा था.
ममता बनर्जी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उस रिपोर्ट के मानचित्र का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए पत्र को भी सार्वजनिक किया. उन्होंने न केवल इस गलती को सुधारने की मांग की बल्कि नीति आयोग से औपचारिक माफी की भी मांग की.
उन्होंने पत्र में लिखा, “यह केवल तकनीकी गलती नहीं है, बल्कि यह संघ के राज्यों के प्रति सम्मान और सतर्कता की कमी को दर्शाता है. इस तरह की गलतियां संस्था के कार्यों की सख्ती और विश्वसनीयता पर उचित संदेह पैदा करती हैं और इसकी गुणवत्ता और प्रामाणिकता पर सवाल उठाती हैं.
मुख्यमंत्री ने आयोग से आग्रह किया कि वह न केवल इस दस्तावेज़ को तुरंत सही करे और माफी मांगे, बल्कि भविष्य में ऐसी चूकों से बचने के लिए एक मज़बूत व्यवस्था लागू करे.
इससे पहले दिन में, तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने भी इस गलती की ओर सोशल मीडिया पर ध्यान दिलाया. उन्होंने कहा, “यह शर्मनाक है कि भारत सरकार को ये भी नहीं पता कि भारत के नक्शे पर बंगाल कहां है.” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भाजपा के पास बंगाल से 12 सांसद हैं जिनमें दो केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं.
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