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    रेडी टू मूव प्रॉपर्टी खरीदने से पहले बरतें ये सावधानी, आपके साथ नहीं होगी धोखाधड़ी

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    अंडर कंस्ट्रक्शन घर खरीदना अक्सर लोगों के साथ धोखे का सौदा बन जाता है. देश भर में लाखों लोग ऐसे हैं, जिन्होंने ऐसे घरों में अपनी सारी सेविंग लगाई और सालों से पजेशन मिलने का इंतजार कर रहे हैं. ये हालात देखकर लोगों को यही लगता है कि घर थोड़ा महंगा चलेगा, लेकिन रेडी टू मूव ऑप्शन ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि इसमें रिस्क कम है. लेकिन क्या रेडी टू मूव घर बिल्कुल सेफ है? बेशक रेडी टू मूव के कई फायदे हैं, लेकिन फिर भी कुछ जानकारी रखना जरूरी है, जिससे आप भविष्य में किसी तरह के झंझट में न फंसे, क्योंकि अगर आपने एक बार प्रॉपर्टी खरीद लिया तो बाद में आपके साथ कुछ धोखा होता है तो कोई ऑप्शन नहीं बचेगा. कुछ सावधानियां बरतकर आप धोखाधड़ी और भविष्य की परेशानियों से बच सकते हैं.

    प्रॉपर्टी के मालिकाना हक की जांच करें

    प्रॉपर्टी एक्सपर्ट प्रदीप मिश्रा कहते हैं- ‘अगर आप रेडी टू मूव प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, तो आप खुद रेवेन्यू दफ्तर जाकर उस प्रॉपर्टी के मालिक के बारे में अच्छे से पता करें, क्योंकि प्रॉपर्टी के असली मालिक की जानकारी होना आपके लिए बेहद जरूरी है. आजकल अक्सर फर्जीवाड़ा हो जाता है. प्रॉपर्टी का मालिक कोई और होता है और उसे बेचने वाला कोई और निकलता है. अगर आप ऐसे ट्रैप में फंस गए तो आपके लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी.’

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    वहीं प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़े कागजात की भी जांच जरूर करवाएं, क्योंकि ये भी संभव है कि मालिक ने उस संपत्ति को किसी बैंक के पास गिरवी रखा हो तो बैंक से भी उसके मालिक का पता लगाया जा सकता है. टाइटल सर्च के लिए आप अपने उन शुभचिंतकों की सलाह भी ले सकते हैं, जिन्हें संपत्तियों की खरीद-फरोख्त की जानकारी हो या मामूली फीस पर पेशेवर वकील भी इस काम में आपकी मदद कर सकते हैं.  

    प्रॉपर्टी के निर्माण की जांच करें

    प्रदीप आगे कहते हैं- ‘आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि जो संपत्ति खरीद रहे हैं, वह कितनी पुरानी है और उसके निर्माण की गुणवत्ता कैसी है. ऐसा माना जाता है कि अच्छी गुणवत्ता वाली संपत्तियों की उम्र 70 से 80 सालों की होती है. साथ ही जिस संपत्ति का निर्माण जितना पुराना होगा उसकी कीमत नई निर्मित संपत्तियों की तुलना में कम होगी. निर्माण की क्वालिटी की जांच के लिए उस जगह पर रहने वाले लोगों या फिर उस क्षेत्र प्रॉपर्टी एक्सपर्ट से बात कर सकते हैं.’

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    आप स्ट्रक्चरल इंजीनियर की भी मदद ले सकते हैं. कई पेशेवर कंपनियां भी हैं, जो कुछ जांच करके किसी इमारत की गुणवत्ता और उसके भविष्य के बारे में आपको सही जानकारी दे सकती हैं. देश के उत्तरी राज्यों के कई हिस्से भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील हैं, ऐसे में प्रॉपर्टी की मजबूती और भूकंपरोधी मानकों को जांचना बेहद जरूरी है. क्योंकि अगर कोई आपदा आ गई तो आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकता है.  

    आसपास के इलाके का पता लगाएं

    आप जिस जगह पर प्रॉपर्टी ले रहे हैं वहां ये जरूर पता लगाएं कि आपके जरूरत की चीजें आसानी से उपलब्ध हों. जैसे सब्जी मार्केट, ग्रॉसरी की दुकान, कपड़े और बर्तन की दुकान. आमतौर पर आजकल बिल्डर सोसायटी में शॉपिंग सेंटर की पूरी व्यवस्था रहती है. लेकिन अगर नहीं है तो आपके लिए रोजमर्रा की चीजों के लिए मुश्किल हो जाएगी. इसलिए ऑनलाइन कंपनियों के भरोसे घर नहीं खरीदें. वैसे आपको ये पता लगाने की भी जरूरत है कि जिन ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों के भरोसे आपने संपत्ति खरीदी है, वहां तक वह सामान भिजवातीं हैं या नहीं और सके लिए एक्स्ट्रा पैसे तो नहीं लेतीं हैं.

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     रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन की भूमिका जानें 

    आप जिस जगह पर प्रॉपर्टी ले रहे हैं, वहां रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन है या नहीं उसकी जानकारी जरूर रखें. अगर एसोसिएशन का गठन हो गया हो तो उसके सदस्यों से मुलाकात करें और उस इलाके की पूरी जानकारी जुटाएं. ऐसे वेल्फेयर एसोसिएशन कॉमन एरिया की साफ-सफाई और बिजली-पानी जैसी सुविधाओं को लेकर कितने एक्टिव हैं ये भी जानना जरूरी है. 

     

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