भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है. इस मुकाबले में भारतीय टीम ने जीत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. मुकाबले में चौथे दिन (5 जुलाई) स्टम्प तक इंग्लैंड ने टारगेट का पीछा करते हुए अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट खोकर 72 रन बना लिए थे. इंग्लैंड की टीम जीत से अब भी 536 रन दूर है. यानी उसका जीत हासिल कर पाना बेहद मुश्किल है. उधर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए केवल 7 विकेट की दरकार है.
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वैसे भी मैच की चौथी पारी में बल्लेबाजी करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता. टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा चेज करने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है, जिसने मई 2003 में सेंट जोन्स टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 418 रनों के टारगेट को सात विकेट खोकर हासिल कर लिया था. यानी इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए चेज में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करना होगा, जो मौजूदा हालात में शायद मुमकिन नहीं दिख रहा है.
इंग्लैंड की टीम चेज में जैक क्राउली, बेन डकेट और जो रूट जैसे धुरंधर बल्लेबाजों के विकेट गंवा चुकी है, जिसने भारत के पक्ष में काफी हद तक मैच को झुका दिया है. अब मेजबान टीम की सारी उम्मीदें कप्तान बेन स्टोक्स, जेमी स्मिथ, ओली पोप और हैरी ब्रूक जैसे बल्लेबाजों पर टिकी हैं. इंग्लिश टीम मैच ड्रॉ भी करा ले, तो यह बड़ी उपलब्धि होगी. हालांकि इसके लिए मेजबान टीम के बल्लेबाजों को मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की कहर बरपाती गेंदों से निपटना होगा.
खत्म होगा 58 सालों का सूखा, इंग्लैंड का टूटेगा घमंड
भारतीय टीम ने अब तक एजबेस्टन के मैदान पर टेस्ट जीत हासिल नहीं की है. यह सूखा 58 सालों से चला आ रहा है. भारतीय टीम ने इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ जो पिछले 8 टेस्ट मैच खेले थे, उसमें से 7 में उसे हार का सामना करना पड़ा. जबकि एक मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था. अब भारतीय टीम यदि आज जीत हासिल करती है तो वो इतिहास रच देगी.
शुभमन ब्रिगेड आज एजबेस्टन के मैदान पर जीत हासिल करती है, तो यह टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए बेहद खास पल होगा. यह जीत जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर मिली जीत से कम नहीं होगा. तब अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम ने कंगारुओं को 3 विकेट से पराजित किया था. उस जीत के बाद पूरी दुनिया ने भारतीय टीम के जज्बे को सलाम किया था. चूंकि 32 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को गाबा में टेस्ट क्रिकेट में हार का सामना करना पड़ा था, ऐसे में ऐसा करना बनता भी था.
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गाबा टेस्ट में युवा खिलाड़ियों ऋषभ पंत, वॉशिंगटन सुंदर, शुभमन गिल और शार्दुल ठाकुर ने शानदार प्रदर्शन करके भारत को जीत की मंजिल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. अब साल 2025 में शुभन गिल की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों की नई फौज एक बार फिर से वैसा ही कारनामा दोहराने की कगार पर है. शुभमन ने एजबेस्टन टेस्ट मैच में भारत की दोनों पारियों में शतक लगाकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की. जबकि मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की जोड़ी गेंद से कहर बरपा रही है.
बता दें कि एजबेस्टन टेस्ट मैच में भारतीय टीम की पहली पारी 587 रनों पर सिमट गई थी. इसके बाद इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 407 रन बनाए. यानी पहली पारी के आधार पर भारत को 180 रनों की बड़ी लीड मिली है. फिर भारतीय टीम ने अपनी दूसरी इनिंग्स 6 विकेट पर 427 रनों के स्कोर पर घोषित कर दी. कप्तान शुभमन गिल ने पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन बनाकर भारतीय टीम को जीत की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभाई है.
भारतीय टीम ने हासिल की ये उपलब्धि
एजबेस्टन टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने दोनों पारियों को मिलाकर 1014 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ, जब भारतीय टीम ने दोनों पारियों को मिलाकर 1000 रनों का आंकड़ा पार किया. भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में इससे बड़ा टारगेट सिर्फ एक बार दिया. साल 2009 में वेलिंगटन में उसने न्यूजीलैंड के सामने 616 रनों का टारगेट सेट किया था. वहीं इंग्लैंड को उसकी घरेलू जमीन पर इससे बड़ा टारगेट सिर्फ एक बार मिला. साल 1934 में ओवल टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 707 रनों का टारगेट दिया था.
टेस्ट मैच में एक टीम के लिए 1000 से अधिक रन
1121- इंग्लैंड vs वेस्टइंडीज, किंग्स्टन, 1930
1078- पाकिस्तान vs भारत, फैसलाबाद, 2006
1028- ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड, द ओवल, 1934
1014- भारत vs इंग्लैंड, एजबेस्टन, 2025
1013- ऑस्ट्रेलिया vs वेस्टइंडीज, सिडनी, 1969
1011- साउथ अफ्रीका vs इंग्लैंड, डरबन, 1939
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