प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता में दो ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया है जो खुद को ED अधिकारी बताकर कारोबारियों से करोड़ों रुपये की वसूली कर रहे थे. मुख्य आरोपी जिन्नर अली और उसका साथी सिन्नर अली पिछले दो वर्षों से फर्जी पहचान के सहारे व्यापारियों को धमका कर पैसे ऐंठ रहे थे.
जिन्नर अली और सिन्नर अली एक फॉर्च्यूनर SUV से घूमते थे, जिस पर नकली ईडी का बोर्ड लगा होता था. इन दोनों ने रबींद्रसानी के एक रेत खनन व्यवसायी से 1.3 करोड़ रुपये वसूले. यह ठगी 2023 से लेकर जून 2025 तक चली. इसके अलावा उन्होंने खुद को एंटी ट्रैफिकिंग कमेटी का मुखिया बताकर भी अन्य व्यापारियों को धमकाया.
पेशेवर थे दोनों ठग
इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि जिन्नर अली और सिन्नर अलीइन जालसाजों की कार्यशैली बेहद पेशेवर थी. वे व्यापारियों को समन जारी करके सीजीओ कॉम्प्लेक्स या सरकारी दफ्तरों में बुलाकर ईडी कार्रवाई की धमकी देते थे. ये धमकी देते थे कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो कारोबारियों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए जाएंगे और संपत्तियां जब्त कर दी जाएंगी.
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जांच में जुटी एजेंसी
एक रेत व्यवसायी से उन्होंने 20 लाख रुपये एक कंपनी के खाते में ट्रांसफर भी करवाए थे. अब जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि उस खाते का अंतिम लाभार्थी कौन था.
ईडी सूत्रों के मुताबिक इस गिरोह के शिकार कई अन्य व्यापारी भी हो सकते हैं. एजेंसी ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.