ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में नगर निगम (BMC) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को एक सार्वजनिक शिकायत निवारण बैठक के दौरान कुछ युवकों ने कार्यालय के भीतर ही बेरहमी से पीट दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें कुछ युवक साहू को गालियां देते हुए थप्पड़ और मुक्के मार रहे हैं. पुलिस ने बताया कि हमले के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
घटना सोमवार को हुई जब साहू जन शिकायतों की समीक्षा कर रहे थे. तभी 5-6 युवकों का एक समूह कार्यालय में घुसा और बिना किसी उकसावे के हमला कर दिया. हमलावरों ने साहू की कमीज़ की कॉलर पकड़कर उन्हें जबरन घसीटते हुए बाहर ले जाने की कोशिश की.
पार्षद की मौजूदगी में हुई मारपीट
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, छह युवक साहू के कक्ष में घुस आए और बिना उकसावे के हमला कर दिया, जिससे कर्मचारी और वहां मौजूद लोग स्तब्ध रह गए. वीडियो फुटेज में हमलावरों को अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते और साहू को लात-घूंसों से मारते देखा गया. अब तक हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है और हमले की असली वजह भी सामने नहीं आई है.
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घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए रत्नाकर साहू ने कहा, “हमलावर मेरे लिए अजनबी हैं. मैंने किसी से कोई बदसलूकी नहीं की थी. मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया है और जल्द ही FIR दर्ज की जाएगी.”
साहू ने बताया, “सोमवार होने के कारण शिकायत निवारण चल रहा था. कमिश्नर की अनुपस्थिति में मैं समीक्षा कर रहा था. पार्षद जीवन बाबू और पांच-छह लोग मेरे पास आए. जीवन बाबू ने पूछा कि क्या आपने जगा भाई के साथ बदतमीजी की? मैंने कहा कि मैंने कोई बदतमीजी नहीं की. इसके बाद उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू की और मुझे कार में ले जाने की कोशिश की. मुझे हमले का सटीक कारण नहीं पता. मैं अन्य हमलावरों को नहीं जानता.”
कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार और प्रदर्शन
हमले की निंदा करते हुए बीएमसी कर्मचारियों ने कार्यालय परिसर में धरना दिया और दिन भर काम बंद रखा. उन्होंने मांग की कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला जाए. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने नगर निगम कर्मियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की भी मांग की. घटना के बाद BMC के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंचे और जांच का आश्वासन दिया.
पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का तीखा हमला
इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इस घटना को “कानून व्यवस्था की नाकामी” बताया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,’रत्नाकर साहू जैसे वरिष्ठ अधिकारी को उसके ही कार्यालय में एक BJP पार्षद की मौजूदगी में पीटा गया. यह अत्यंत शर्मनाक और खतरनाक संकेत है.’ पटनायक ने मौजूदा मुख्यमंत्री मोहन मांझी से तत्काल और उदाहरण प्रस्तुत करने वाली कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, ‘अगर एक वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्यालय में सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक सरकार से क्या उम्मीद करेंगे?’
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पटनायक ने मुख्यमंत्री से न केवल हमलावरों, बल्कि इस “शर्मनाक हमले” के पीछे के राजनीतिक नेताओं के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों को कड़ा दंड नहीं मिला, तो ओडिशा की जनता इसे माफ नहीं करेगी.
विरोध में आज सामूहिक अवकाश पर रहेंगे अधिकारी
ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार को कहा कि उसके सदस्य वरिष्ठ ओएएस अधिकारी पर कथित हमले के विरोध में मंगलवार से ‘सामूहिक अवकाश’ पर जाएंगे, इस संबंध में निर्णय यहां संघ के अध्यक्ष ज्योति रंजन मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया.