कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली 24 वर्षीय स्टूडेंट ने तीन लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है. पीड़िता का आरोप है कि ये घटना तब हुई जब उसने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा (उम्र 31 साल) के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया. मनोजीत मिश्रा तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) का जिला महासचिव और कॉलेज का पूर्व छात्र है. पीड़िता ने अपनी शिकायत में काफी गंभीर आरोप लगाए हैं. बता दें कि फॉरेंसिक टीम साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज पहुंच गई है. टीम घटनास्थल का दौरा करेगी और निरीक्षण करेगी, साथ ही अपराध स्थल से सैंपल कलेक्ट करेगी.
शादी का ऑफर ठुकराया तो भड़क उठा आरोपी
पीड़िता ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में बताया कि मनोजीत मिश्रा ने उस पर शादी का दबाव बनाया, लेकिन उसने मना कर दिया क्योंकि वह पहले से ही एक रिश्ते में थी. इसके बाद मनोजीत ने उसे धमकी दी कि वह उसके बॉयफ्रेंड को नुकसान पहुंचाएगा और उसके माता-पिता को झूठे केसों में फंसा देगा.
ये तीन आरोपी थे वारदात में शामिल
शिकायत के अनुसार 25 जून को तीनों आरोपियों- मनोजीत मिश्रा (उम्र-31 साल), फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट ज़ैब अहमद (उम्र- 19 साल) और प्रमित मुखर्जी (उम्र- 20 साल) ने उसे कॉलेज परिसर में एक कमरे में ले जाकर जबरन बंद कर दिया. पीड़िता के साथ मारपीट की गई. शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों ने यौन संबंध बनाने के इरादे से पीड़िता के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की.
‘रोई-गिड़गिड़ाई, लेकिन आरोपियों ने एक न सुनी’
पीड़िता ने कहा कि उसने इनकार किया और खुद को बचाने के लिए काफी विरोध किया. आरोपी को पीछे धकेल दिया. रोई और बार-बार कहा कि मुझे जाने दो. साथ ही कहा कि मेरा एक बॉयफ्रेंड है, लेकिन वे नहीं माने. शिकायत के अनुसार पीड़िता ने मुख्य आरोपी के पैर छुए, लेकिन उसने मुझे जाने नहीं दिया. वे जबरदस्ती गार्ड रूम में ले गए, उसके कपड़े उतारे और रेप किया.
वीडियो बनाकर दी धमकी, मूकदर्शक बना रहा गार्ड
पीड़ित छात्रा का आरोप है कि मनोजीत ने रेप के दौरान उसका वीडियो बनाया और धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो वह वीडियो सार्वजनिक कर देगा. जब उसने वहां से निकलने की कोशिश की, तो उस पर हॉकी स्टिक से हमला करने की कोशिश भी की गई. उसने कहा कि उसे घबराहट और सांस लेने में तकलीफ होने लगी, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर दिया गया था और गार्ड भी मूकदर्शक बना रहा. छात्रा ने आरोपियों से अस्पताल ले जाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की. पीड़िता ने शिकायत में लिखा कि ‘मुझे न्याय चाहिए’.
राजनीतिक दबाव बनाया, निष्ठा साबित करने की बात की
शिकायत के अनुसार छात्रा को गैंगरेप की घटना से पहले उसे 7 अन्य लोगों के साथ परिसर के अंदर छात्र संघ के यूनियन रूम में बुलाया गया था, जहां मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा ने यूनिट, अपने निजी जीवन और अपनी शक्ति के बारे में बात की थी. फिर प्रमित मुखर्जी ने उससे बाहर आकर पूछा कि क्या वह मनोजीत और यूनिट के प्रति वफादार है. छात्रा ने कहा कि वह गर्ल्स सेक्रेटरी नियुक्त की गई थी, इसलिए उसने समर्थन जताया. इसके बाद वापस यूनियन रूम में प्रवेश करते समय मनोजीत ने पूछा कि क्या प्रमित मुखर्जी ने सब कुछ समझा दिया है, तो उसने जवाब दिया कि हां दादा, मैं हमेशा यूनिट के साथ हूं, चिंता मत करिए.
कब हुई घटना, कैसे हुई आरोपियों की गिरफ्तारी?
ये घटना 25 जून को शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच कॉलेज परिसर में हुई. छात्रा परीक्षा फॉर्म भरने के लिए दोपहर 12 बजे कॉलेज आई थी और शुरुआत में यूनियन रूम में बैठी थी. आरोपियों ने बाद में मुख्य गेट को बंद करवा दिया और पीड़िता को जबरन गार्ड रूम में ले जाकर अपराध को अंजाम दिया. कस्बा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज होने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मनोजीत मिश्रा और ज़ैब अहमद को 26 जून को तालबगान क्रॉसिंग के पास से पकड़ा गया, जबकि प्रमित मुखर्जी को 27 जून की सुबह उसके घर से गिरफ्तार किया गया. तीनों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं.