ईरान-इजरायल के बीच संघर्ष (Iran-Israel Conflict) हो या फिर रूस-यूक्रेन के बीच जंग (Rassia-Ukraine War), वैश्विक उथल-पुथल के बावजूद भारत सही ट्रैक पर आगे बढ़ रहा है और जल्द दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी (India Become 3rd Largest Economy) बनने की राह पर है. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyan) को भरोसा है कि तमाम ग्लोबल टेंशनों के बावजूद भारत साल 2027 तक 5000 अरब डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर आगे बढ़ रहा है.
10 साल के आर्थिक सुधारों पर फोकस
मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Merchants’ Chamber of Commerce & Industry) या MCCI की एक सत्र में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री Piyush Goyal ने देश की नरेंद्र मोदी सरकार के बीते 10 साल के आर्थिक सुधारों को परिवर्तनकारी बताया. उन्होंने कहा कि 2027 तक देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है और यह सब सामूहिक राष्ट्रीय प्रयास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के मजबूत नेतृत्व के कारण संभव हो रहा है.
गोयल बोले- ‘यह भारत का समय…’
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत का 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनना साल 2047 तक विकसित भारत (Viksit Bharat) बनने के सफर में हमारी पहली उपलब्धि होगी. बीते कुछ समय से जारी वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और भू-राजनीतिक हालातों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत को एकता और दृढ़ संकल्प के साथ अशांत माहौल में भी आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शांत स्थिति मे नहीं बनती और यह भारत का समय है. हमें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और टॉप इकोनॉमी में स्थान पाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.’
‘हम कमजोर 5 से निकलकर टॉप-5 में पहुंचे’
Piyush Goyal ने मोदी सरकार के ग्रोथ मॉडल को टिकाऊ और ईमानदार विकास पर केंद्रित बताया, जिसमें सेवा, सुशासन और नवाचार पर जोर दिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार, बिजनेस कम्युनिटी और 140 करोड़ भारतीय प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के विजन से पूरी तरह सहमत हैं. केंद्रीय मंत्री ने याद दिलाते हुए बताया कि भारत की आर्थिक मजबूती का सबसे बड़ा उदाहरण ये है कि देश कमजोर पांच अर्थव्यवस्थाओं से निकलकर आज दुनिया की Top-5 Economy में से एक है.
RBI ने भी जताया भरोसा
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी कहा है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनावों के बीच इकोनॉमिक इंडेक्स भारत में इंडस्ट्रियन और सर्विस सेक्टर में मजबूत आर्थिक गतिविधियों की ओर इशारा कर रहे हैं. पीटीआई के मुताबिक आरबीआई ने अपने बुलेटिन में बुधवार को ये बात कही है. केंद्रीय बैंक के ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति’ शीर्षक वाले लेख में ग्लोबल में उथल-पुथल की स्थिति के बीच भारत के मजबूत होने की बात कही गई है.