Raja Raghuwanshi Murder Mystery: राजा रघुवंशी हत्याकांड में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. राजा की कातिल की बीवी सोनम रघुवंशी समेत अब तक कुल 8 लोग इस मर्डर केस में गिरफ्तार हो चुके हैं और हर आरोपी के पास कुछ न कुछ ऐसा है, जो इस हत्याकांड की स्क्रिप्ट का अहम हिस्सा बन चुका है. यह कहानी सिर्फ हत्या की नहीं है, बल्कि यह कहानी है प्यार, धोखा, लालच और सबूतों को मिटाने की. ये कहानी है एक सोची-समझी साजिश की.
केस की अहम कड़ी बना ब्लैक बैग!
एक काला बैग इस केस में सबसे चौंकाने वाला सुराग बन चुका है. सोनम रघुवंशी, जिसने अपने ही पति राजा रघुवंशी का मर्डर अपने प्रेमी और तीन सुपारी किलर्स की मदद से कराया, वो कत्ल के बाद कुछ दिन इंदौर के एमआर-3 स्थित हरे कृष्णा विहार के एक फ्लैट में रुकी थी. उसी फ्लैट से उसका एक ब्लैक बैग गायब हुआ था.
सूत्रों के अनुसार, उस बैग में कैश, ज्वैलरी, मोबाइल, देसी पिस्टल और हत्या से जुड़े कई अहम दस्तावेज थे. सोनम ने इस बैग को ठिकाने लगाने का काम जिस शख्स को सौंपा था, उसका नाम है सिलोम जेम्स. वो एक प्रॉपर्टी डीलर है.
जेम्स और बल्लू की गिरफ्तारी
मेघालय पुलिस की एसआईटी टीम ने देवास जिले के भौंरासा टोल प्लाजा से प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स को गिरफ्तार किया. जिस वक्त पुलिस ने उसे पकड़ा, वो भोपाल भागने की फिराक में था. बाद में अशोक नगर जिले से उसी इमारत के चौकीदार बलबीर उर्फ बल्लू अहिरवार को भी गिरफ्तार किया गया, जहां सोनम रुकी थी. जांच में पता चला कि फ्लैट सोनम को आरोपी विशाल चौहान के जरिए दिलवाया गया था, जिसने 30 मई को 17 हजार रुपये प्रति महीने पर किराए पर लिया था. सिलोम और बल्लू को भी इंदौर से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर शिलांग ले जाया गया है.
जला हुआ बैग, पर सबूत गायब
शिलांग पुलिस जब फ्लैट की तलाशी लेने पहुंची तो वह पूरी तरह खाली था. लेकिन वहां से जले हुए बैग के अवशेष बरामद हुए. एफएसएल टीम ने इन्हें कब्जे में लेकर जांच शुरू की है. शक है कि यही वो बैग है जिसमें हत्या के वक्त की सबसे अहम फिजिकल और डिजिटल एविडेंस थे. जांच अधिकारियों का दावा है कि बैग को जलाने की योजना सोनम और राज कुशवाह ने मिलकर बनाई थी.
आठवें आरोपी की गिरफ्तारी
राजा रघुवंशी मर्डर केस में एक और चौंकाने वाली गिरफ्तारी हुई है. सोमवार को शिलांग पुलिस ने इस मामले में आठवें आरोपी को पकड़ा है. गिरफ्तार शख्स का नाम लोकेंद्र सिंह तोमर है, जो ग्वालियर का रहने वाला है और इंदौर में मौजूद उसी फ्लैट का मालिक है, जहां सोनम रघुवंशी ने हत्या के बाद कुछ दिन छिपकर गुजारे थे. पुलिस के मुताबिक, हत्या के अहम सबूतों को इसी फ्लैट में जलाया गया था.
पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक (SP) वी. सिम ने बताया कि लोकेंद्र सिंह तोमर पर हत्या से जुड़े सबूतों को नष्ट करने और उन्हें छुपाने का आरोप है. खास बात ये है कि उसी फ्लैट में काले बैग को जलाया गया था, जिसमें मर्डर केस से जुड़े कीमती दस्तावेज, ज्वैलरी और हथियार जैसे अहम सबूत थे. पुलिस को लंबे वक्त से इस आरोपी की तलाश थी और आखिरकार उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. अब लोकेंद्र तोमर को मेघालय लाकर पूछताछ की जाएगी, जिससे इस हाई-प्रोफाइल केस के और कई राज़ सामने आ सकते हैं.
सोनम का सरेंडर, फ्लैट का राज
इससे पहले 8 जून को सोनम रघुवंशी ने गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. उस वक्त भी पुलिस को यह नहीं पता था कि एक काले बैग में कितने बड़े राज दफन हैं. लेकिन सोनम की गिरफ्तारी के बाद जब पूछताछ हुई, तब सामने आया कि हत्या के बाद वह इंदौर में रुकी थी और फ्लैट में एक ब्लैक बैग भी था. जो अब नहीं है.
इस केस में जो-जो आरोपी फंसे हैं, उनमें से कई को या तो पहले से एक-दूसरे की जानकारी थी. लेकिन कुछ बाद में सबूत मिटाने के मकसद से अन्य आरोपियों के साथ जुड़े थे. इन आठ आरोपियों की एक चेन बन गई है, जिसमें एक-दूसरे से इनके तार कैसे जुड़ रहे हैं, उस पर भी पुलिस काम कर रही है. एक बार आपको उन सभी आरोपियों के बारे में बता देते हैं, जो अभी तक इस मामले में पकड़े गए हैं-
01. सोनम रघुवंशी – पत्नी और मर्डर की मास्टरमाइंड
02.राज कुशवाहा – प्रेमी और हत्या की साजिश का सह-आरोपी
03. विशाल चौहान – फ्लैट किराए पर लेने वाला और सुपारी किलर
04. आकाश राजपूत – सुपारी किलर
05. आनंद कुर्मी – सुपारी किलर
06. सिलोम जेम्स – प्रॉपर्टी डीलर जिसने बैग जलाया
07. बल्लू अहिरवार – फ्लैट का गार्ड
08. लोकेंद्र सिंह तोमर – फ्लैट का मालिक
‘हमारा इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं’
राजा रघुवंशी की हत्या के बाद उसकी पत्नी सोनम और उसके प्रेमी को लेकर कई तरह की कहानियां सोशल मीडिया पर फैलीं. यहां तक कि समलैंगिक संबंधों और पैसे की अफवाहें भी उड़ने लगीं. इन सबके बीच सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया कि उनके परिवार का इस हत्याकांड से कोई संबंध नहीं है और उन्हें भी इस बारे में मीडिया से ही पता चला.
फ्लैट या सोनम का अड्डा?
अब तक राजा रघुवंशी हत्याकांड के सिलसिले में कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. केस मेघालय पुलिस की एसआईटी के पास है और सभी आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय लाया गया है. सबसे अहम बात ये है कि जो फ्लैट हत्या के बाद सोनम का अड्डा बना था, वहीं से वो काला बैग गायब हुआ है, जो इस पूरी जांच का सबसे बड़ा रहस्य बन चुका है.
अब जांच इस ओर बढ़ रही है कि क्या इन आठ लोगों के अलावा कोई और शख्स भी इस साजिश में शामिल था? क्या सभी सबूत वाकई नष्ट हो चुके हैं? और क्या अब भी कोई राज ऐसा है, जो इन आठ चेहरों के अलावा कहीं और बाहर छुपा बैठा है?
हनीमून, हत्या और साजिश
गौरतलब है कि इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में सोनम के साथ हुई थी. 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय चले गए थे. इसके बाद राजा 23 मई को लापता हो गया था. जिसकी लाश 2 जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में एक गहरी खाई से बरामद की गई थी. दरअसल, राजा रघुवंशी का मर्डर 23 मई को वेइसाडोंग झरने के पास दो तेजधार हथियारों से वार करके किया गया था. इसी के बाद सोनम भी गायब गो गई थी. फिर उसने 8 जून को खुद यूपी के गाजीपुर जिले में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था, जबकि चार अन्य आरोपियों को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया था.