उत्तर प्रदेश के इटावा जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ द्वारा दो लोगों के साथ बदसलूकी की जा रही है. एक के चोटी और बाल काटे जा रहे हैं. सफेद कुर्ता-लाल धोती पहने हुए एक पीड़ित मौके पर मौजूद महिला के पैर छूता हुआ और नाक रगड़ता हुआ नजर आ रहा है. भीड़ ने पीड़ितों का हारमोनियम भी तोड़ दिया. फिलहाल, पुलिस ने इस वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि जिन दो लोगों के साथ बदसलूकी की गई, वे कथावाचक हैं. गांव-गांव जाकर कथा कहते हैं. इस कड़ी में दोनों थाना बकेवर क्षेत्र के अंतर्गत दादरपुर गांव पहुंचे थे. लेकिन यहां उनके साथ मारपीट और अभद्रता की गई. किसी ने इसका वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है.
एक पीड़ित ने बताया कि उसका नाम संत कुमार यादव है और वह कथावाचक मुकुट मणि यादव के साथ सहायक के तौर पर रहता है. दोनों गांव में कथा कहने के लिए गए थे, तभी वहां ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने उनको टोका और जाति पूछी. जब उन्होंने खुद को यादव समाज का बताया तो उन लोगों ने बंधक बनाकर पीट दिया. साथ ही कहा कि फर्जी कथावाचक बनते हो.
आरोप है कि भीड़ ने कथावाचक के सहायक के चोटी और बाल काट दिए, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है. एक महिला के जबरन पैर छुआए गए और साथ ही नाक रगड़ने को भी मजबूर किया गया. मानव मूत्र का छिड़काव करने के बाद छोड़ा गया. फिलहाल, पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की शिकायत की गई है. पूछताछ और जांच-पड़ताल की जा रही है.
पीड़ित पक्ष के कथावाचक मुकुट मणि यादव ने कहा कि मेरी कथा बुक कराई गई थी, लेकिन जब हम कथा करने के लिए पहुंचे और कथा प्रारंभ ही की थी दूसरे पक्ष ने बवाल काट दिया. उन्होंने हमारे साथ अमानवीय व्यवहार किया, अपशब्द कहे. अब हमें न्याय चाहिए. पुलिस आरोपियों पर एक्शन ले.
वहीं, इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि थाना बकेवर क्षेत्र के अंतर्गत दादरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान एक घटना हुई है, जिसमें पीड़ित लोगों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. जिसमें उनकी इच्छा के विरुद्ध उनकी चोटी काटी गई. इस संबंध में तहरीर मिली है. मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ऐसा बताया गया है कि पीड़ितों के कुछ रुपये भी छीन लिए गए है. फिलहाल, जांच की जा रही है. एडिशनल एसपी के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई है.