मशहूर किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बार फिर वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर चेतावनी दी है. उनका कहना है कि दुनिया का सबसे बड़ा कर्ज बुलबुला (Debt Bubble) फटने वाला है, जिससे दुनिया में वैश्विक मौद्रिक संकट आ सकता है. रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) ने सोमवार को X पोस्ट में फिर लोगों को अलर्ट करते हुए लिखा, ‘जो लोग इस संकट के लिए तैयार नहीं हैं, वे भारी नुकसान उठा सकते हैं, खासकर वे जो पारंपरिक फिएट मुद्रा और बॉन्ड्स में निवेश करते हैं.’
दरअसल, रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बार फिर लोगों को सलाह दी है कि वे सोना, चांदी और बिटकॉइन में निवेश करें ताकि इस संकट में अपनी संपत्ति को बचा सकें और संभव है कि इस रास्ते से आप अमीर बन सकें. उनका मानना है कि चांदी वर्तमान में सबसे अच्छा निवेश का विकल्प है, क्योंकि जून 2025 में इसकी कीमत लगभग 35 डॉलर प्रति औंस है, जो इसके ऐतिहासिक उच्च स्तर से 60% कम है.
चांदी में निवेश बना सकता है अमीर
उन्होंने कहा कि आज की तारीख में ‘चांदी’ में निवेश सबसे बड़ा कदम होगा, और अनुमान है कि साल 2025 में चांदी की कीमत एक नई रिकॉर्ड बना सकती है. हालांकि Robert Kiyosaki का कहना है कि मौजूदा समय में सोने और बिटकॉइन की कीमतें शिखर पर हैं और मैं खुद इसमें गिरावट का इंतजार कर रहा हूं, इसमें करेक्शन आते ही अपनी हिस्सेदारी बढ़ाऊंगा.
FYI: Silver is the best investment today….june 2025. Gold and Bitcoin are high and I am waiting for gold and Bitcoin to crash before I add to my position.
That’s what I think.
Do your own research.
Take care.
— Robert Kiyosaki (@theRealKiyosaki) June 23, 2025
‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी की मानें तो वैश्विक कर्ज का स्तर, विशेष रूप से अमेरिका में, चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है. हाल के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका पर राष्ट्रीय कर्ज 36.22 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, और बेरोजगारी दर मार्च 2025 में 4.2% तक बढ़ गई है.
भारतीय बाजार में सोने-चांदी का ताजा भाव
कियोसाकी का कहना है कि केंद्रीय बैंकों की नीतियां और सरकारों का अनियंत्रित खर्च इस संकट को और गहरा रहा है. उनके अनुसार फिएट मुद्रा में विश्वास कम हो रहा है, जिससे सोना, चांदी और बिटकॉइन जैसे वैकल्पिक निवेश विकल्पों की मांग बढ़ रही है. इस बीच भारतीय सार्राफा बाजार में सोमवार को 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड की कीमत 98884 रुपये, और चांदी प्रति किलो 106800 रुपये है.
गौरतलब है कि विशेषज्ञों का मानना है कि भू-राजनीतिक तनाव, जैसे कि अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता और मध्य पूर्व में संघर्ष, भी बाजारों में अनिश्चितता बढ़ा रहे हैं. इस बीच, केंद्रीय बैंक डॉलर के भंडार को कम करके सोने की खरीदारी बढ़ा रहे हैं, जिससे सोने की कीमतें 3,333.40 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई हैं. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाएं और इस संभावित संकट के लिए तैयार रहें.