इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. इसी क्रम में इजरायल ईरान पर लगातार हमले कर रहा है. इजरायल डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने दावा किया कि बीती रात उसने ईरान के इस्फहान स्थित एक अहम न्यूक्लियर साइट पर फिर से बड़ा हमला किया है. इजरायली वायुसेना (IAF) के इस हमले को परमाणु हथियार विकास की प्रक्रिया पर सीधा प्रहार बताया जा रहा है.
IDF के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफ़ी डेफ़्रिन ने X पर एक पोस्ट में कहा कि हमने इस्फहान और पश्चिमी ईरान में परमाणु साइटों पर गहराई से हमला किया. जहां यूरेनियम के पुनः रूपांतरण की प्रक्रिया होती है. ये परमाणु हथियार बनाने की प्रक्रिया में संवर्धन के बाद का चरण होता है. उन्होंने कहा कि इस संघर्ष की शुरुआत में हमने इस साइट को निशाना बनाया था और बीती रात इसे दोबारा व्यापक हमले में ध्वस्त किया गया है, ताकि हमारी पहली सफलता को और मजबूत किया जा सके.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई के करीबी अली शामखानी ने दावा किया कि वह इजरायली हमले में बाल-बाल बचे. उन्होंने कहा कि मुझे ज़िंदा रहना था ताकि दुश्मन की नफरत का कारण बना रहूं. शनिवार तड़के इजरायल ने ईरान से मिसाइल हमलों की चेतावनी दी, जिससे तेल अवीव सहित कई इलाकों में सायरन बजे और आकाश में इंटरसेप्शन होते दिखे. हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ.
इजरायल ने ये भी दावा किया कि उसने ईरान की कुद्स फोर्स के फिलिस्तीन कॉर्प्स के चीफ सईद इजादी को ईरान के क़ोम शहर में एक हवाई हमले में मार गिराया है. इजरायल के रक्षामंत्री इस्राइल काट्ज़ ने इसे इजरायली खुफिया एजेंसियों और एयरफोर्स की बड़ी सफलता बताया. उनका आरोप है कि इजादी ने 7 अक्टूबर 2023 को गाजा में युद्ध शुरू करने से पहले हमास को फंड और हथियार दिए थे. हालांकि, ईरानी मीडिया ने इजादी का ज़िक्र नहीं किया, लेकिन स्वीकार किया कि खोर्रमाबाद में हमलों में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के 5 सदस्य मारे गए. वहीं, क़ोम में एक इमारत पर हमले में एक 16 वर्षीय किशोर की मौत और दो अन्य के घायल होने की खबर है.
इजरायल न्यूक्लियर फैसिलिटी को बनाया निशाना
ईरान की फर्स न्यूज एजेंसी ने कहा कि इजरायल ने इस्फहान स्थित न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाया, लेकिन कोई खतरनाक रेडिएशन रिसाव नहीं हुआ. इजरायली सेना ने मिसाइलों के भंडारण और लॉन्च साइट्स पर हमले की पुष्टि की है.
परमाणु कार्यक्रम पर टकराव बढ़ा
13 जून से इजरायल ने ईरान पर हमला शुरू किया, यह कहते हुए कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है. ईरान ने जवाबी ड्रोन और मिसाइल हमले किए और कहा कि उसका कार्यक्रम सिर्फ शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है.