स्मूदी या सलाद में अलग-अलग फलों को मिक्स करना हेल्दी नहीं माना जाता है. कुछ फ्रूट कॉम्बो आपके पेट के लिए फायदेमंद नहीं माने जाते हैं. कुछ फलों को मिक्स करने से आपको पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिससे ब्लोटिंग, गैस आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. तो आइए जानते हैं आपको किन फ्रूट्स को मिक्स नहीं करना चाहिए.
एसिडिट फ्रूटस और मीठे फ्रूट्स- यह सबसे आम गलती है. संतरे, स्ट्रॉबेरी और सेब जैसे खट्टे फल तेजी से पचते हैं, जबकि केले और अंजीर जैसे मीठे फल पचने में ज्यादा समय लेते हैं. दोनों को मिलाने से पेट में फर्मेंटेशन हो सकता है, जिससे गैस, इंफ्लेमेशन और यहां तक कि एसिडोसिस भी हो सकता है.
स्टार्ची फ्रूट्स और हाई प्रोटीन फ्रूट्स- स्टार्च को एल्कलाइन पाचन वातावरण की जरूरत होती है, जबकि प्रोटीन को एसिडिक वातावरण की जरूरत होती है.
मेलन और बाकी फ्रूट्स– खरबूजे में पानी की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह फलों में सबसे तेजी से पचता है. सेब या नाशपाती जैसे धीमी गति से पचने वाले फलों के साथ मिलाने पर, ये अक्सर पेट में फर्मेंट हो जाते हैं. इससे पेट फूलना, मतली और यहां तक कि दस्त भी हो सकते हैं. खरबूजे को हमेशा अकेले ही खाना चाहिए.
पपीता और नींबू- पपीता अपने पाचन एंजाइमों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसे नींबू के साथ खाने से आपके शरीर का पीएच बैलेंस बिगड़ सकता है. नींबू का एसिडिक नेचर पपीते की एल्कलाइन प्रोफ़ाइल से टकराती है, जिससे पेट में तकलीफ़ या एसिड रिफ्लक्स होने की संभावना होती है.
अमरूद और केला- हालांकि दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर हैं, लेकिन अमरूद और केला पाचन तंत्र के लिए परेशानी बन सकता हैं. अमरूद में मौजूद हाई फाइबर कंटेंट और केले के स्टार्ची टेक्सचर के कारण पेट फूलने और एसिडिटी की समस्या हो सकती है. समय के साथ, यह पेट की लाइनिंग को परेशान कर सकता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को रोक सकता है.