सोनम रघुवंशी से शिलांग पुलिस एक के बाद एक कई राज उगलवाती जा रही है. इस बीच सोनम के घर वालों से बात करने शिलांग पुलिस की एक टीम इंदौर में उसके घर पहुंची. बंद कमरे में सोनम की मां-पिता और भाई गोविंद से पूछताछ की. बताया जा रहा है कि पुलिस ने वहां एक सूटकेस की जांच की. शिलांग पुलिस इंदौर में ही उस ब्लैक बैग को भी तलाश रही है जिसे लेकर सोनम राजा की हत्या के बाद इंदौर लौटी थी. पुलिस को आशंका है कि इस ब्लैक बैग में हत्या से जुड़ा कोई अहम सबूत हो सकता है.
ढाई घंटे से ज्यादा रही सोनम के घर पर
बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर में शिलांग पुलिस की एक टीम गोविंद नगर खारचा स्थित सोनम के घर पहुंची थी. यहां सोनम की मां संगीता, पिता देवी सिंह और भाई गोविंद से पहले अलग-अलग पूछताछ की. इसके बाद सभी को एक साथ बैठाकर पूछताछ हुई. पुलिस ने घर की तलाशी भी ली. पहली मंजिल से एक सूटकेस टीम अपने साथ नीचे लेकर लाई और बहुत की बारीकी से उसकी पड़ताल की. शिलांग की पुलिस इंदौर में उस जगह भी गई जहां सोनम शिलांग से भागकर आने के बाद छुपी थी. सूत्रों के मुताबिक पुलिस यहां ही उस काले बैग को तलाश रही थी जो हत्या के बाद वह अपने साथ लेकर भागी थी. जानकारी के मुताबिक अभी तक उस ब्लैक बैग का कोई पता नहीं चला है.
रेंस्टोरेंट पर भी पहुंची शिलांग पुलिस
शिलांग पुलिस की टीम सुपर कॉरिडोर इलाके में स्थित उस रेस्टोंरेंट पर भी पहुंचा जहां सोनम और राज अक्सर मिलते थे. चर्चा है कि यहीं दोनों ने राजा की हत्या की साजिश रची थी. राज के दोस्तों और सोनल की मुलाकात भी यहीं होती थी. रेस्टोरेंट मालिक से पूछताछ की गई और सीसीटीवी फुटेज मांगे गए, लेकिन चूंकि सोनम की आखिरी विज़िट तीन-चार महीने पुरानी थी, इसलिए पुराने फुटेज सुरक्षित नहीं पाए गए.
सोनम के स्वभाव की गहराई से जांच
शिलांग पुलिस सोनम के व्यक्तित्व को भी समझना चाह रही है. इसलिए उसने सोनम के घर वालों से उसकी आदतों, व्यवहार और दिनचर्या को लेकर कई सवाल किए. सोनम आमतौर पर कब घर लौटती थी? घर के बिजनेस में उसकी भूमिका क्या थी? क्या वह किसी मानसिक तनाव में थी या किसी से लगातार संपर्क में रहती थी? इन तमाम पहलुओं की जानकारी अब पुलिस सोनम के बयान से मिलान करके देख रही है.
संजय वर्मा बनकर बात करता था राज
सोनम से पूछताछ के बाद चौंकाने वाला खुलासा उस मोबाइल नंबर को लेकर हुआ है, जिससे सोनम ने हत्या से पहले तक लगातार बातचीत की थी. यह नंबर संजय वर्मा के नाम से सेव था और शुरुआती जांच में पुलिस को लगा था कि यह किसी तीसरे व्यक्ति का नंबर है. लेकिन बाद में पता चला कि इस नंबर का इस्तेमाल खुद राज कुशवाहा कर रहा था. इस नंबर पर सोनम ने 25 दिनों में इस नंबर पर 112 बार कॉल किए थे. कई बार लंबी बातचीत भी हुई.
राजा के मर्डर का क्राइम सीन रिक्रिएशन
23 मई को जिस जगह राजा का कत्ल हुआ था, ठीक उसी जगह पर मंगलवार को मेघालय पुलिस राजा के चारों कातिलों यानि राज कुशवाहा, विशाल, आनंद और आकाश को लेकर गई. असल में मेघालय पुलिस कातिलों के जरिए कत्ल के पूरे सीन को रिक्रिएट कर रही थी. वो जानना चाहती थी कि राजा का कत्ल कैसे हुआ और लाश को खाई में कैसे फेंका गया. इसी रिक्रिएशन के दौरान मेघालय पुलिस को पहली बार मंगलवार को पता चला कि कातिलों ने एक नहीं बल्कि कत्ल के लिए तीन तीन दाव खरीदे थे. यानि हर कातिल के पास एक एक तेजधार हथियार दाव था. इस बीच मेघालय पुलिस ने कहा है कि वो सिर्फ लव ट्रांयगल के एंगल से ही नहीं बल्कि कुछ दूसरे एंगल से भी मामले की जांच कर रही है.
(इनपुट : रवीश पाल सिंह)