गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहे एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन AI-171 टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश होने के बाद से कई परिवार गहरे सदमे में हैं. इस घटना में एक अप्रत्याशित बात भी हुई. जहां विमान में बैठे 242 लोगों में एक रमेश विश्वास जिंदा बच गए हैं. घटना के बाद उनका वीडियो वायरल हो रहा है. हालांकि इसी विमान में उनका एक और भाई साथ में था, अभी उसके बारे में पता नहीं चल पाया है.
लंदन में आजतक ने रमेश के परिजनों से बात की. ब्रिटेन के लेस्टर निवासी रमेश विश्वास और अजय दो भाई थे. परिवार के सभी सदस्य, पड़ोसी और दोस्त इस घटना से काफी परेशान हैं. विश्वास के एक अन्य भाई नयन ने बताया, हमारी विश्वास से बात हुई थी, वह अस्पताल में हैं और फिलहाल ठीक हैं. लेकिन दूसरे भाई अजय के बारे में कुछ भी पता नहीं है. हम लगातार जानकारी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. नयन ने बताया कि उन्हें अभी तक कोई विशेष सहायता नहीं मिली है.
उन्होंने कहा, हम अगली फ्लाइट से भारत रवाना हो रहे हैं. बस यही उम्मीद है कि जैसे विश्वास सुरक्षित हैं, अजय के बारे में भी कोई अच्छी खबर मिले. जब उनसे पूछा गया कि विश्वास ने हादसे के बारे में क्या बताया, तो उन्होंने कहा, उन्हें भी नहीं पता कि विमान कैसे क्रैश हुआ. उन्होंने बस इतना कहा कि मुझे नहीं मालूम मैं कैसे बचा. रमेश के जिंदा बचने से परिवार को संतोष है तो वहीं अजय के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाने की वजह से परेशान है. पिता और माता के साथ विश्वास की पत्नी भी गहरे सदमे में हैं. पूरे मोहल्ले में मातम का माहौल है.
गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन AI-171 टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया. इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे. इसमें 12 क्रू मेंबर्स और 230 यात्री शामिल हैं. इस विमान हादसे में एक यात्री के बचने की खबर सामने आ रही है. यात्री का नाम रमेश विश्वास कुमार है. घायल का अस्पताल में इलाज जारी है.
जिस विमान का क्रैश हुआ है उसे कैप्टन सुमित सभरवाल चला रहे थे, जबकि उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे. एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन) अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। गुरुवार दोपहर 1.40 बजे क्रैश हो गई। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। सुमित साभरवाल बेहद अनुभवी पायलट थे और उन्हें 8200 घंटे फ्लाइट उड़ाने का अनुभव था. इस हादसे के बाद दिल्ली से अहमदाबाद जाने वाली सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया था.बाद में कुछ को चालू किया गया.
अहमदाबाद सिविल अस्पताल प्रशासन ने विमान हादसे में मारे गए यात्रियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनके परिजनों से डीएनए सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव धनंजय द्विवेदी ने बताया कि पीड़ितों की पहचान के लिए बी.जे. मेडिकल कॉलेज के कसोटी भवन में यह विशेष व्यवस्था की गई है.