इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार (10 जून) को कहा कि गाजा में बचे हुए बंधकों की रिहाई के प्रयासों में ‘अहम सफलता’ मिली है, लेकिन उन्होंने कहा कि किसी समझौते तक पहुंचने की उम्मीदें जगाना अभी जल्दबाजी होगी.
हालांकि अमेरिका, मिस्र और कतर की ओर से गाजा में सीजफायर बहाल करने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन इजरायल और हमास दोनों ही अपनी मूल शर्तों पर अड़े हुए हैं. दोनों एक-दूसरे पर वार्ता विफल होने का आरोप लगा रहे हैं.
नेतन्याहू पर गठबंधन सरकार का दबाव
नेतन्याहू, जो अपनी दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार के भीतर से युद्ध जारी रखने और गाजा में मानवीय मदद रोकने के दबाव में हैं. उन्होंने अपने ऑफिस की ओर से जारी एक वीडियो मैसेज में कहा कि ‘बात आगे बढ़ी है’, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी.
अमेरिका ने हमास को दी उम्मीदें
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अमेरिका हमास को कुछ गारंटी देने की कोशिश कर रहा है, जिनमें युद्ध समाप्ति की दिशा में कदम शामिल हैं. हालांकि सूत्र ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया को लेकर आशावादी अमेरिका के अधिकारी हैं, न कि इजरायल के. साथ ही वाशिंगटन की ओर से इस समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने का दबाव भी बताया गया.
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और इस वार्ता में अमेरिका के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ के प्रतिनिधियों ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की. वहीं हमास की ओर से भी फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.