पंजाब पुलिस ने मंगलवार को एक संगठित नार्को-हवाला कार्टेल का भंडाफोड़ किया है. अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस की टीम ने इस कार्रवाई में जेल में बंद आरोपी अर्शदीप के नेतृत्व वाले इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही 4.526 किलो हेरोइन और 8.7 लाख रुपए जब्त किए हैं. इसे पंजाब पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि गोइंदवाल जेल में बंद अर्शदीप अपने साथियों जसप्रीत और करण के साथ मिलकर ड्रग तस्करी और हवाला लेनदेन का काम कर रहा था. करण के साथ गुरमीत और राजिंदरपाल इस नेटवर्क का हिस्सा थे, जो क्रॉस-बॉर्डर कंसाइनमेंट्स को पंजाब के विभिन्न जिलों में फैलाने की जिम्मेदारी संभालते थे. अर्शदीप के जेल से इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को भी बरामद किया गया है.
पुलिस की इस कार्रवाई से पता चला कि ड्रग तस्करी का पैसा जसप्रीत के जरिए हवाला चैनलों के माध्यम से दुबई, यूएई और फिर पाकिस्तान भेजा जा रहा था. एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक पिछले साल दुबई में एक साल रहा था. वहां से उसने पाकिस्तानी तस्करों से संपर्क स्थापित किए थे. वापस भारत आने के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित अपने गांव में रहने लगा.
वहां से उसने तस्करी की खेप को सीधे अपने घर तक पहुंचाया. इस खुलासे ने इस नेटवर्क की जटिलता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके फैलाव को उजागर किया है. इसके बारे में पंजाब के डीजीपी ने एक्स पर लिखा है, ”अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अर्शदीप के नेतृत्व में एक सुव्यवस्थित नार्को-हवाला गिरोह का भंडाफोड़ किया है. अर्शदीप वर्तमान में गोइंदवाल जेल में बंद है.”
उन्होंने आगे लिखा है, ”खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने छह गुर्गों को गिरफ्तार किया और 4.526 किलोग्राम हेरोइन के साथ 8.7 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की है. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अर्शदीप अपने साथियों जसप्रीत और करण के साथ मिलकर ड्रग व्यापार और हवाला लेन-देन का संचालन कर रहा थाय गुरमीत और राजिंदरपाल के साथ मिलकर पंजाब में वितरित करता था.”