मथुरा-वृंदावन घूमने आने वाले श्रद्धालुओं को अक्सर यहां के बंदरों की शरारतों का सामना करना पड़ता है. ये बंदर कभी चश्मा, टोपी तो कभी खाने-पीने का सामान छीन लेते हैं. लेकिन इस बार एक बंदर ने कुछ ऐसा कर डाला, जिससे एक परिवार सकते में आ गया.
20 लाख रुपये के हीरे और गहने रखे हुए थे
अलीगढ़ के डायमंड व्यापारी अभिषेक अग्रवाल अपने परिवार के साथ वृंदावन स्थित ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए आए थे. दर्शन के बाद जब वह अपने वाहन की ओर लौट रहे थे, तभी अचानक एक बंदर उनके हाथ से बैग छीनकर भाग गया. इस बैग में करीब 20 लाख रुपये के हीरे और गहने रखे हुए थे.
खाने-पीने की चीजें देने के बाद भी नहीं माना बंदर
अभिषेक अग्रवाल ने स्थानीय लोगों से सलाह लेकर बंदर को खाने-पीने की चीजें देने की कोशिश की, ताकि वह बैग वापस कर दे, लेकिन यह तरीका काम नहीं आया. आखिरकार उन्होंने पुलिस से मदद मांगी.
8 घंटे की कोशिश के बाद मिला बैग
सदर क्षेत्राधिकारी संदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने बंदर की पहचान की और उसकी गतिविधियों पर नजर रखी. करीब 8 घंटे की कड़ी मशक्कत और योजना के बाद पुलिस ने उस बंदर को चारों ओर से घेर लिया और अंततः बैग को सुरक्षित वापस पा लिया. यह बैग उसके मालिक को सौंप दिया गया.
प्रशासन उठा रहा कई कदम
इस पूरी घटना के बाद श्रद्धालुओं में कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन बंदरों की बढ़ती समस्या फिर एक बार चर्चा में आ गई है. प्रशासन पहले से ही मथुरा-वृंदावन के धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में बंदरों के आतंक को काबू में करने के लिए कई कदम उठा रहा है.
यह घटना एक बार फिर बताती है कि श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की जरूरत है और प्रशासन को बंदरों की समस्या पर ठोस समाधान खोजना चाहिए.