कप्तान श्रेयस अय्यर की अगुआई में पंजाब किंग्स ने क्वालीफायर-2 में पांच बार की विजेता मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से हराकर 11 साल बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के फाइनल में जगह बना ली है. पंजाब किंग्स ने आखिरी बार 2014 में आईपीएल फाइनल खेला था और उसे कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. आईपीएल के इतिहास में (कुल 18 सीजन) यह सिर्फ दूसरा मौका है जब पंजाब की टीम प्लेऑफ और फाइनल में पहुंची है. अब खिताबी मुकाबले में 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स की भिड़ंत रजत पाटीदार की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से होगी.
इस बार इंडियन प्रीमियर लीग को एक नया चैंपियन मिलेगा, क्योंकि पंजाब किंग्स और आरसीबी दोनों को अपने पहले आईपीएल खिताब का इंतजार है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु यूं तो 10वीं बार आईपीएल प्लेऑफ में पहुंची, लेकिन उसे कभी खिताबी जीत नसीब नहीं हुई. यह चौथा मौका है जब आरसीबी की टीम आईपीएल का फाइनल खेलेगी. इससे पहले 2009, 2011 और 2016 में उसे फाइनल में क्रमश: डेक्कन चार्जर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. मॉडर्न डे क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली अपने आईपीएल करियर की शुरुआत से ही आरसीबी के साथ जुड़े हैं और उन्हें भी पहली IPL ट्रॉफी का इंतजार है. आरसीबी ने 29 मई को खेले गए क्वालीफायर-1 मुकाबले में पंजाब किंग्स को 8 विकेट से हराकर फाइनल में जगह पक्की की थी.
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बारिश के कारण सवा दो घंटे की देरी से शुरू हुआ मैच
दूसरा क्वालीफायर मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी इंटरनेशनल स्टेडियम में 1 जून की रात शुरू हुआ, लेकिन मैच अगले दिन यानी 2 जून को खत्म हो पाया. पंजाब के लिए फाइनल में जगह बनाने का यह दूसरा मौका था. वहीं, एलिमिनेटर में गुजरात टाइटंस को 20 रन से मात देकर पहली बाधा पार करने वाली मुंबई इंडियंस की टीम के लिए फाइनल में पहुंचने के लिए एक और परीक्षा पास करनी थी. बारिश के कारण ठीक सवा दो घंटे की देरी से शुरू हुए इस मैच में रोमांच पहली गेंद से लेकर आखिरी गेंद तक जारी रहा. मुंबई को टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करनी पड़ी और उसकी शुरुआत बेहद खराब रही, क्योंकि रोहित शर्मा तीसरे ओवर में आउट हो गए. मगर टीम के बाकी बल्लेबाजों ने तेज-तर्रार पारी खेलनी जारी रखी और निर्धारित 20 ओवर में 203 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया.
IPL में 200+ स्कोर बनाने के बाद MI पहली बार हारी
मुंबई का ये स्कोर इसलिए भी अहम था क्योंकि IPL के 18 साल के इतिहास में इस मैच से पहले ये टीम 200 रन का आंकड़ा छूने के बाद कभी हारी नहीं थी. हर बार इस टीम ने 200 या उससे ज्यादा रन बनाने के बाद सफलतापूर्वक डिफेंड किया था. मुंबई के लिए जॉनी बेयरस्टो ने 38, तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव ने 44-44 रनों की उपयोगी पारियां खेलीं. अंत के ओवरों में नमन धीर ने 37 रनों की तेज-तर्रार पारी खेलकर अपनी टीम को एक अच्छे स्कोर तक पहुंचाया. पंजाब किंग्स के लिए अजमतुल्लाह ओमरजाई ने 2 और जेमीसन, स्टोइनिस, विजयकुमार वैश्य और चहल ने 1-1 विकेट झटके. दबाव वाले मुकाबले में बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और सिर्फ 13 रन के स्कोर पर उसे प्रभसिमरन सिंह के रूप में पहला झटका लगा. वह 6 रन बनाकर ट्रेंट बोल्ट के शिकार बने.
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इसके बाद प्रियांश आर्य और जोश इंगलिस ने पंजाब के स्कोरबोर्ड को रुकने नहीं दिया और दूसरे विकेट के लिए तेजी से 42 रन जोड़े. 55 के स्कोर पर प्रियांश आर्य को अश्वनी कुमार ने हार्दिक पांड्या के हाथों कैच कराकर पंजाब को दूसरा झटका दिया. आर्य 20 रन बनाकर पवेलियन लौटे. जोश इंगलिस 38 रन बनाकर पांड्या के शिकार बने और किंग्स को 72 रन के स्कोर पर तीसरा झटका लगा. यहां से कप्तान श्रेयस अय्यर ने नेहाल वढेरा के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी की और अपनी टीम को मैच में वापसी करा दी. 156 के स्कोर पर पंजाब का चौथा विकेट गिरा और नेहाल वढेरा 48 रन बनाकर अश्वनी कुमार की गेंद पर मिचेल सैंटनर को कैच दे बैठे. पंजाब अभी इस झटके से उबर भी नहीं पाई थी, तभी 169 के स्कोर पर शशांक सिंह के रूप में उसे पांचवा झटका लगा.
5 साल में तीसरी IPL टीम को फाइनल में ले गए अय्यर
लेकिन श्रेयस अय्यर ने मानों ठान लिया था कि वह अपनी टीम को एक दशक बाद आईपीएल के फाइनल में पहुंचाकर ही दम लेंगे. एक यादगार पारी, जिसे श्रेयस अय्यर और पंजाब किंग्स आने वाले सालों तक याद रखेंगे. एक कप्तान की शानदार पारी. श्रेयस ने 41 गेंदों में 5 चौकों और 8 छक्कों की मदद से नाबाद 87 रनों की पारी खेली. उन्होंने अश्वनी कुमार के 19वें ओवर में 4 छक्कों की मदद से 26 रन कूट डाले. इस ओवर में अश्वनी ने एक नो बॉल और एक वाइड बॉल भी की. इस तरह 1 ओवर शेष रहते ही अय्यर ने छक्के के साथ मैच को फिनिश किया और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया. श्रेयस अय्यर ने सिर्फ पांच सालों में अपनी कप्तानी में तीन अलग-अलग फ्रैंचाइज को आईपीएल के ग्रैंड फाइनल तक पहुंचाया है. उन्होंने 2020 में दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल तक पहुंचाया, 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को अपने नेतृत्व में खिताबी जीत दिलाई और अब पंजाब किंग्स को उसके दूसरे आईपीएल फाइनल में ले गए हैं.
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पंजाब और मुंबई के मैच में बन गए कई अनोखे रिकॉर्ड
अहमदाबाद में मुंबई इंडियंस की यह लगातार छठी हार है. यहां उसे एकमात्र जीत 2014 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली थी. आईपीएल के प्लेऑफ/नॉकआउट मुकाबलों में चेज होने वाला यह अब तक का सर्वोच्च स्कोर है. पंजाब किंग्स से पहले कोई भी टीम आईपीएल प्लेऑफ/नॉकआउट मैच में 203 रनों का टारगेट चेज नहीं कर पाई है. वहीं आईपीएल में मुंबई को पहली बार 200+ रन बनाने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा. दूसरी ओर पंजाब किंग्स ने 8वीं बार 200 से अधिक रनों के लक्ष्य का सफलता पूर्व पीछा किया. आईपीएल में किसी टीम द्वारा यह सबसे अधिक है. आईपीएल 2025 में यह 9वां रहा, जब किसी टीम ने 200+ रनों का स्कोर चेज कर लिया. यह एक सीजन में सबसे अधिक बार 200+ स्कोर चेज होने का रिकॉर्ड है.