अनुष्का यादव के साथ रिलेशन को लेकर सुर्खियों में आए तेज प्रताप यादव को लालू फैमिली ने छह साल के लिए पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया, जिसके बाद से ही बिहार की राजनीति गरमाई हुई है. अब इस पूरे मामले को लेकर तेज प्रताप ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है.
तेज प्रताप ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मेरे प्यारे मम्मी पापा… मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है. भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश. आप हैं तो सबकुछ है मेरे पास.’ तेज प्रताप यादव ने आगे लिखा कि मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और. पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग. बस मम्मी-पापा आप दोनों स्वस्थ और खुश रहे हमेशा.
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तेज प्रताप पर लालू यादव ने दिया था ये बयान
तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालने पर लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है. ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है. अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं. अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी. उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है.
अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है. उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें. लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं. परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है.
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तेज प्रताप को 6 साल के लिए किया गया है निष्कासित
24 मई को तेज प्रताप के फेसबुक अकाउंट से अनुष्का यादव के साथ एक तस्वीर शेयर की गई, जिसमें दावा किया गया कि वे 12 साल से रिलेशनशिप में हैं. यह पोस्ट कुछ ही समय में वायरल हो गई, लेकिन बाद में डिलीट कर दी गई और तेज प्रताप ने सफाई दी कि उनका अकाउंट हैक हुआ था और यह उनके खिलाफ साजिश है.
इस घटना के बाद आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया. उन्होंने बयान में कहा कि तेज प्रताप की गतिविधियां पारिवारिक और सार्वजनिक मूल्यों के अनुकूल नहीं हैं, इसलिए उन्हें पार्टी और परिवार से बाहर किया गया.
इससे पहले तेज प्रताप ने बीजेपी पर कसा था तंज
इससे पहले तेज प्रताप यादव ने एक और पोस्ट किया था और बीजेपी सरकार को घेरा था. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि बिहार में 20 वर्षों की एनडीए सरकार द्वारा दिया हुआ रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी, गरीबी और पलायन है. नीति आयोग के अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग क्षेत्र में बिहार सबसे फिसड्डी है. विधि व्यवस्था सबसे बदतर है. बिहार की प्रति व्यक्ति आय और प्रति व्यक्ति निवेश देश में सबसे कम है. विकास और प्रगति के अधिकांश मानकों में देश में बिहार सबसे नीचे है लेकिन बिहार की 20 वर्षों की NDA सरकार और 11 वर्षों की केंद्र सरकार जनहित के इन ज्वलंत मुद्दों पर कभी चर्चा ही नहीं करती है और न ही करना चाहती है.
प्रधानमंत्री मोदी केवल चुनावी वर्ष में बिहार का दौरा कर 2015 से चलती आ रही परियोजनाओं एवं घोषणाओं का अनेकों बार शिलान्यास और उद्घाटन कर उसी को बारंबार दोहराते रहते हैं. 2015 से यही सिलसिला चलता आ रहा है. प्रधानमंत्री यह बिहार है, बिहारी इस तरह के झांसे में नहीं आते! वो अच्छे से जानते हैं कि कौन कितना झूठ बोल रहा है?