पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए मेवात के रहने वाले कासिम से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान कासिम ने कहा कि जब वह पाकिस्तान गया था, तो वहां ISI के अधिकारियों ने उससे कहा कि उसका भाई पहले से ही उनके लिए काम कर रहा है. इस सनसनीखेज जानकारी के सामने आने के बाद जांच एजेंसियों ने कासिम के भाई असीम उर्फ हसीम को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, असीम उर्फ हसीम से पहले कई घंटे पूछताछ की गई और उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हसीम भी कई बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुका है और उन्हीं लोगों के संपर्क में था, जिनसे कासिम जुड़ा हुआ था. ऐसे में जांच एजेंसियों को शक है कि हसीम भी ISI नेटवर्क का सक्रिय हिस्सा हो सकता है.
सूत्रों का कहना है कि ISI कासिम को जासूसी के लिए तैयार कर रही थी, जिसमें उसके भाई की भूमिका अहम रही. कासिम को विश्वास में लेने के लिए ISI एजेंटों ने यह तक कहा कि उसका भाई पहले से ही उनके लिए काम करता है. इसी जानकारी को पुख्ता करने के लिए पुलिस ने हसीम को जांच में शामिल किया और अब उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
पुलिस इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि कासिम और हसीम के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे. दोनों के पाकिस्तान कनेक्शन और वहां की गतिविधियों की जांच की जा रही है. संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है और जल्द ही नए खुलासे हो सकते हैं.
पूछताछ में हुआ था खुलासा- आईएसआई से मिले थे दो लाख पाकिस्तानी रुपये
बता दें कि कासिम से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ कर रही थी. शुरुआती पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. कासिम ने यह भी माना है कि उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जासूसी करने के बदले अब तक करीब 2 लाख पाकिस्तानी रुपये अलग-अलग किस्तों में दिए गए.
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में कासिम ने पुलिस को बताया कि उसने अपने मोबाइल फोन से सारा डेटा डिलीट कर दिया था. उसने यह कदम तब उठाया, जब कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ और उसके बाद भारत में पाकिस्तान से जुड़े जासूसों की गिरफ्तारी तेज होने लगी. उसे शक हुआ कि कहीं वह भी पकड़ा न जाए, इस डर से उसने फोन से सभी मैसेज, कॉल डिटेल्स और लोकेशन हिस्ट्री डिलीट कर दी. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कासिम का फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया.