चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के उस दावे को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने भारत के चार राफेल सहित छह भारतीय विमानों को मार गिराया.
सीडीएस के बयान के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर केंद्र की मोदी सरकार से सवाल पूछे हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सीडीएस चौहान के द्वारा सिंगापुर में दिए गए इंटरव्यू से कुछ अहम सवाल खड़े हो गए हैं, जिसे पूछा जाना जरूरी है.
यह सवाल तब ही पूछे जा सकते हैं जब संसद की विशेष सत्र को बुलाया जाए. मोदी सरकार ने देश को गुमराह किया है लेकिन अब धीरे-धीरे सब स्पष्ट हो रहा है.
उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय वायुसेना के जवान दुश्मनों से लड़ने के दौरान अपने जान जोखिम में डाल दिया. हमें कुछ क्षति भी पहुंची. लेकिन हमारे जवान सुरक्षित हैं. सीडीएस के इंटरव्यू के अनुसार, हमने एक गलती को सुधारा, उसे दोबारा लागू किया और फिर दो दिन बाद अपने विमानों को उड़ाया, और दुश्मन पर लंबी दूरी से हमला किया.
खड़गे ने मांग की है कि पूरी स्थिति को लेकर एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति के जरिए रक्षा तैयारियों की व्यापक समीक्षा की जानी चाहिए. जैसे कि ‘कारगिल समीक्षा समिति’ के जरिए की गई थी.
सीजफायर को लेकर कांग्रेस ने फिर मोदी सरकार को घेरा
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की बात को फिर से दोहराई है. अगर ऐसा होता है तो यह शिमला समझौते (1972) का उल्लंघन है.
उन्होंने कहा कि ट्रंप के बयान पर सफाई देने की जगह भारत सरकार, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी बनाई हुई है. इस मुद्दे पर सरकार की ओर से पारदर्शिता नहीं दिख रही है. यहां तक की अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने भी एक अदालत में दायर हलफ़नामे में सीजफायर की पुष्टि की.
खड़गे बोले – प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों चुनाव में व्यस्त हैं और सुरक्षबलों की वीरता का व्यक्तिगत श्रेय ले रहे हैं. जवानों के बहादुरी को छिपा रहे हैं और सीजफायर की रूपरेखा को स्पष्ट रूप से बताने से बच रहे हैं.
जयराम रमेश ने मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल को बताया अघोषित आपातकाल
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल को बताया अघोषित आपातकाल बताया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए मोदी सरकार पर सीडीएस के बयान को लेकर हमला बोला है.
उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ’11वर्षों से जारी अघोषित आपातकाल पर यह एक असाधारण स्थिति है कि प्रधानमंत्री न तो सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हैं, न ही संसद को भरोसे में लेते हैं- लेकिन देश को ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण की जानकारी सिंगापुर में दिए गए CDS के इंटरव्यू के जरिए मिलती है. क्या प्रधानमंत्री विपक्षी नेताओं को पहले ही विश्वास में नहीं ले सकते थे?’
RJD नेता मनोज कुमार झा ने क्या कहा?
आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘सीडीएस द्वारा दिए गए इंटरव्यू के मद्देनजर बहुत सारे सवाल खड़े हो रहे हैं. दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति आज तक संभवतः 12 बार ऐसे बयान दे चुके हैं जिससे दलों को न हो देश के महासागर-नुमा मिजाज़ को फर्क पड़ता है. क्या संसद का विशेष सत्र बुलाकर एक समेकित स्वर में संवाद ना हो? विभिन्न ट्रोल सेनाओं के बीच सोशल मीडिया पर आपसी विष वमन संसदीय व्यवस्थाओं और परिपाटी का पर्याय नहीं हो सकता’.