प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-पाकिस्तान युद्ध में हुए सीजफायर के बाद लगातार यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है. जाहिर है कि आम लोगों को अभी भी लगता है कि सरकार एक्शन मोड में है.कभी भी कुछ हो सकता है. 28 मई को सीमावर्ती राज्यों में मॉक ड्रिल की बात सुनकर बहुत से लोगों को फिर से युद्ध शुरू होने या भारत सरकार के किसी एक्शन का इंतजार हो गया. 12 मई 2025 को राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति है. यह केवल रुका है, खत्म नहीं हुआ है. इसके बाद, 26, 27, और 29 मई को गुजरात, गांधीनगर, और पश्चिम बंगाल (अलीपुरद्वार) की रैलियों में उन्होंने इसे दोहराया, यह कहते हुए कि पाकिस्तान को तीन बार उसके घर में मारा गया है. 29 मई को उन्होंने पश्चिम बंगाल में कहा कि सिंदूर खेला की इस पावन धरती पर मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है!.
पीएम मोदी तो लगातार ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है कह ही रहे हैं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पीछे नहीं हैं. वह भी बार-बार सेना को तैयार रहने का संदेश देते रहते हैं. 30 मई को ही नेवी के एक कार्यक्रम में उन्होंने बयान दिया कि , आप अपनी तैयारियों में कोई कमी न रखें,अब तक जो हुआ, वह तो वार्म अप था, अगर पाकिस्तान ने फिर से कोई जुर्रत की, तो इस बार नेवी भी हरकत में आएगी, और फिर भगवान ही जानता है कि पाकिस्तान का क्या होगा !
1-पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखने के लिए ऑपरेशन सिंदूर एक सतत कार्रवाई रहेगी
मोदी का बयान भारत की नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को रेखांकित करता है, जिसे उन्होंने नया सामान्य (new normal) कहा. ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ तीन सिद्धांत स्थापित किए हैं.
– निर्णायक जवाबी कार्रवाई: आतंकी हमले का जवाब भारत अपनी शर्तों पर देगा, आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर.
-परमाणु ब्लैकमेल की अस्वीकृति: पाकिस्तान की परमाणु धमकियों को भारत नजरअंदाज करेगा. मोदी ने कहा, परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा.
-आतंकवाद और सरकार में कोई अंतर नहीं: पाकिस्तान की सेना और आतंकवादियों को एक ही माना जाएगा, क्योंकि पाकिस्तानी सेना के अधिकारी आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होते हैं.
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ का इशारा यह है कि भारत भविष्य में किसी भी आतंकी हमले का जवाब और सख्ती से देगा.मोदी बार-बार कह रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर एक सतत और निर्णायक कार्रवाई है. यह बयान पाकिस्तान को चेतावनी देता है कि आतंकी ढांचे को नष्ट करने की भारत की नीति अब स्थायी है. और युद्धविराम केवल अस्थायी है.
पाकिस्तान ने मोदी के बयान को उत्तेजक कहा, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम केवल पाकिस्तान की प्रतिबद्धता पर निर्भर है. मोदी ने 26 मई 2025 को मन की बात में कहा कि पाकिस्तान को आतंकी ढांचा खत्म करना होगा, वरना उसका अस्तित्व खतरे में पड़ेगा. ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ का मतलब है कि भारत पाकिस्तान की हर गतिविधि पर नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर फिर हमला करेगा.
2. विश्व समुदाय, विशेषकर ट्रंप और चीन को संदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस तरह बार-बार सीजफायर कराने की बात कहकर भारत को शर्मिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं उसका भी जवाब ये भारत सरकार की ओर से हो सकता है. प्रधानमंत्री शायद इसी कारण बार-बार कह रहे हैं कि ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है. पीएम मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में भी कई बार बिना नाम लिए अमेरिका को संदेश दिया था. चीनी मीडिया ने जिस तरह खुलकर पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा वॉर में हिस्सा लिया उसे भी पीएम अपने बार-बार के बयानों के जरिए संदेश दे रहे हैं.
वैश्विक मीडिया ने मोदी के बयान को भारत की आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति के रूप में देखा. मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा का उल्लेख करते हुए कहा, शांति का मार्ग शक्ति से होकर जाता है. जो विश्व को भारत की संयमित लेकिन दृढ़ नीति दर्शाता है.
3. जनता को एकजुट करने और आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय संकल्प को मजबूत करने का प्रयास
ऑपरेशन सिंदूर का नाम और मोदी का बार-बार इसे दोहराना भारतीय जनता, विशेष रूप से हिंदू समुदाय, की भावनाओं से गहरा जुड़ाव दर्शाता है. पहलगाम हमले में आतंकियों ने किसी एक राज्य के लोगों को निशाना नहीं बनाया था. देश के कई हिस्सों के लोग मारे गए थे. हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे उनकी पत्नियों का सिंदूर छिन गया. X पर पीएम मोदी ने लिखा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारे संस्कारों और भावनाओं की अभिव्यक्ति है.
मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने देश को देशभक्ति से भर दिया, और लोग वोकल फॉर लोकल और तिरंगा यात्राओं में शामिल हो रहे हैं. यह बयान जनता को एकजुट करने और आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय संकल्प को मजबूत करने का प्रयास है. इसी के तहत पीएम ने आम लोगों को भारत में बनी वस्तुओं का उपभोग करने के लिए प्रेरित किया है.
4. देश की आंतरिक राजनीतिक
मोदी का बयान आंतरिक राजनीति में भी रणनीतिक भूमिका निभा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर को मोदी अपनी रैलियों का केंद्रीय विषय बना रहे हैं, जिसमें पहलगाम हमले का जवाब और सैन्य शक्ति को उजागर किया जाता है. यह बयान बीजेपी के हिंदुत्व और राष्ट्रीय सुरक्षा के नैरेटिव को मजबूत करता है. खासकर अभी इसी साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण नारा बन गया है. हिंदी हर्ट लैंड में बिहार एक मात्र ऐसा राज्य है जहां बीजेपी अभी तक फुल मेजॉरटी में नहीं आ सकी है. इसके साथ ही 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले तक पाकिस्तान की हर आतंकी गतिविधि का जवाब ऑपरेशन सिंदूर की भाषा में दिया जाएगा.