स्वर्ण मंदिर में एयर डिफेंस गन तैनात किए जाने की खबरों पर भारतीय सेना ने सोमवार को स्थिति स्पष्ट की है. सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि श्री दरबार साहिब अमृतसर (स्वर्ण मंदिर) के भीतर किसी भी प्रकार की एयर डिफेंस गन या कोई अन्य रक्षा संसाधन तैनात नहीं किया गया है.
सेना ने क्या कहा?
भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि स्वर्ण मंदिर परिसर में एयर डिफेंस गन या कोई भी अन्य एयर डिफेंस सिस्टम तैनात नहीं किया गया था. सेना ने कहा कि इस संबंध में जो मीडिया रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं, वे भ्रामक हैं. सेना ने साफ किया कि श्री दरबार साहिब अमृतसर के अंदर किसी तरह की सैन्य तैनाती नहीं की गई और इस मुद्दे पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए.
मुख्य ग्रंथी ने भी दावा खारिज किया
यह सफाई ऐसे वक्त पर आई है जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत-पाक तनाव के दौरान सेना ने पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम करने के लिए स्वर्ण मंदिर में एयर डिफेंस गन तैनात की थीं. बता दें कि श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ने भी इस दावे को खारिज किया है.
पाकिस्तान के निशाने पर था अमृतसर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाया था. जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात के कच्छ तक में पाकिस्तानी ड्रोन मंडराते नजर आए थे. आम नागरिकों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने के क्रम में पाकिस्तान के निशाने पर स्वर्ण मंदिर जैसे धार्मिक स्थल भी थे. हालांकि भारत के मुस्तैद एयर डिफेंस सिस्टम ने दुश्मन के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया था.
9 मई को खबर आई थी कि अमृतसर के 5 अलग-अलग इलाकों में कम से कम 15 ड्रोन देखे गए. सूत्रों के मुताबिक इनमें से ज्यादातर ड्रोन्स को निष्क्रिय कर दिया गया था. अमृतसर में रेड अलर्ट जारी किया गया था, कई इलाकों में ब्लैकआउट किया गया था और नागरिकों की आवाजाही पर रोक भी लगा दी गई थी.