दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भारत की जनता और सेना को भरोसे में लिए बिना गंभीर राष्ट्रीय मुद्दों पर विदेश से घोषणाएं हो रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब भी चुप्पी साधे हुए हैं. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम अपनी सेना के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं. आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं. पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई का पूरा समर्थन करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हमने यह भी मांग की है कि एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए. दो सर्वदलीय बैठकें हुईं, लेकिन पीएम मोदी उनमें से किसी भी बैठक में मौजूद नहीं थे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद के हालात पर चर्चा हो सके.’
‘सिर्फ NDA शासित मुख्यमंत्रियों से क्यों मिल रहे पीएम?’
जयराम रमेश ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री 25 तारीख को केवल एनडीए शासित मुख्यमंत्रियों से ही मुलाकात क्यों कर रहे हैं, सभी मुख्यमंत्रियों को क्यों नहीं बुलाया गया? उन्होंने कहा कि पीएम न तो सर्वदलीय बैठक में शामिल होते हैं, न ही विपक्ष के पत्रों का जवाब देते हैं, और फिर केवल एनडीए नेताओं के साथ बैठक और देशभर में रैलियां करते हैं, क्या यह सही है? कांग्रेस ने इसे ‘अधिकतम चुप्पी और अधिकतम राजनीतिकरण’ करार देते हुए इसकी निंदा की.
जयराम रमेश ने तीखा सवाल उठाते हुए कहा, ‘जब पूरा देश जवाब मांग रहा है, तब प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री चुप क्यों हैं?’ कांग्रेस ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की, न कि भारत सरकार ने.
‘पहली बार सीजफायर की घोषणा अमेरिका से हुई’
जयराम रमेश ने कहा, ‘यह पहली बार हो रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से होती है. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी कहा कि अमेरिका की वजह से यह युद्ध रुका. तो सवाल यह है कि प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर इस पर चुप क्यों हैं?’
कांग्रेस निकालेगी ‘जय हिंद रैली’
पवन खेड़ा ने बताया कि बीते 15 दिनों में कांग्रेस की यह तीसरी बड़ी बैठक है जिसमें सभी वरिष्ठ नेता शामिल हुए. उन्होंने कहा कि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि आखिर सीजफायर क्यों हुआ, जबकि मामला बेहद गंभीर है. कांग्रेस ने इस पर पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है. पार्टी ने घोषणा की है कि राहुल गांधी इस मुद्दे पर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह देश के अलग-अलग हिस्सों में ‘जय हिंद रैली’ निकालेगी, ताकि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बीजेपी द्वारा की जा रही राजनीति का जवाब दिया जा सके. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर किसी एक पार्टी की जागीर नहीं है, यह देश का ब्रैंड है. यह किसी एक व्यक्ति का प्रचार अभियान नहीं है, जिसकी वैधता अब खत्म हो चुकी है.