भारतीय सेना ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी. सेना ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान 9 टेरर कैंप्स को टारगेट किया गया जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए. साथ ही अगर भविष्य में जरूरत पड़ी तो बाकी के आतंकी ठिकानों को भी टारगेट किया जाएगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शीर्ष सैन्य अधिकारियों से पूछा गया कि इस ऑपरेशन में कितने आतंकी मारे गए और सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है. विदेश मंत्रालय ने भी अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में 21 टेरर कैंप्स की लिस्ट जारी की थी तो क्या बाकी बचे हुए आतंकी ठिकानों पर भी कार्रवाई होगी.
‘जरूरत पड़ी तो फिर कार्रवाई करेंगे’
आजतक के सवाल पर DGMO ले. जनरल राजीव घई ने कहा कि आतंकी ठिकानों को आईडेंटिफाई करने की कार्रवाई के दौरान हमने बहुत से टेरर कैंप्स को चिन्हित किया था. हमने 21 दिखाए होंगे, और भी हैं लेकिन फिल्टर करते-करते लिस्ट 21 तक पहुंची. अब सवाल है कि क्या आगे उन पर कार्रवाई होगी, जरूरत पड़ी तो बिल्कुल होगी.
‘100 से ज्यादा आतंकी मारे गए’
उन्होंने कहा, ‘एजेंसियों ने हमें बताया कि कुछ कैंप्स में आतंकी मौजूद हैं, हमने उन पर कार्रवाई की. कुछ नाम मैंने लिए, कुछ नाम अभी पुख्ता किए जा रहे हैं. अभी तक खुफिया एजेंसियों ने जो आकलन किया है उसमें उन्होंने कहा है कि तकरीबन 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं.’
‘आप जानते हैं इन्हें कहां से सपोर्ट मिल रहा’
ले. जनरल राजीव घई ने कहा, ‘आपने आज तस्वीर देखी, जिसमें एक आतंकी के जनाजे में एक बड़ी शख्सियत नजर आ रही थी. आप सभी समझदार हैं. आप जानते हैं कि इन लोगों को कहां से सपोर्ट मिल रहा है. अगर नहीं मिल रहा होता तो ऑपरेशन सिंदूर नहीं होता.’
’40 पाकिस्तानी जवानों को मारा’
मिलिट्री ऑपरेशन के डायरेक्टर जनरल राजीव घई ने बताया कि भारत ने सीमापार से पाकिस्तानी की गोलाबारी का मजबूती के साथ जवाब दिया है. इस ऑपरेशन में जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय सेना ने सिर्फ LoC पर ही पाकिस्तानी आर्मी के 30-40 जवानों और अफसरों को मार गिराया है. उन्होंने कहा कि भारत की ओर से जवाबी हमले से बचने के लिए पाकिस्तान ने नागरिक विमानों को ढाल बनाया, लेकिन हमने किसी भी नागरिक विमान को निशाना नहीं बनाया, बल्कि पाकिस्तान में सैन्य ठिकानों को भी नुकसान पहुंचाया है.
सेना की ओर से बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत बहावलपुर और मुरीदके में स्थित आतंकियों के अहम ठिकानों को भी टारगेट किया गया, जिसमें काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों और एयर स्ट्रिप को छोटे ड्रोन और UAVs के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने हर हमला नाकाम किया है.
‘हमारा काम लाशें गिनना नहीं’
भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तानी आर्मी के जवान शुरुआत में हमारे टारगेट पर नहीं थे और हमारा मकसद सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था. उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की गई तो हमारी तरफ से भी तगड़ा जवाब दिया गया, जिसमें पाकिस्तान आर्मी को भी भारी नुकसान पहुंचा है. सेना की ओर से कहा गया कि हमारा काम टारगेट हिट करना है, जो हमने बखूबी किया है, लाशें गिनना हमारा काम नहीं है. ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में भारतीय सेना के 5 जवान भी शहीद हुए हैं.
वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन्स एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि 8 मई को भारतीय वायुसेना ने लाहौर स्थित पाकिस्तानी निगरानी रडार साइट्स को निशाना बनाया. यह कार्रवाई हमारी तरफ से एक सधा हुआ जवाब था, जिसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले जारी रहे, जिन्हें हमने पूरी तरह से नाकाम किया. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन और अन्य UAVs ने एक साथ कई भारतीय एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम पहले से तैयार थे और उन्होंने सभी हमलों को विफल कर दिया.