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    कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड, आतंक की फैक्ट्री का मुखिया… जानें कौन था भारतीय हमले में मारा गया यूसुफ अजहर

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    भारत के तीनों सेनाओं के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस ने रविवार को बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बड़े पैमाने पर कामयाबी हासिल हुई है. डीजीएमओ राजीव घई ने बताया कि 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. इसमें कंधार हाईजैक और पुलावामा अटैक में शामिल यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक और मुदस्सर अहमद जैसे कुख्यात आतंकी भी शामिल हैं. इस ऑपरेशन में जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के 40 जवानों और अफसरों को मार गिराया है. 

    पहलगाम आतंकी हमले के दौरान 20 निर्दोष लोगों की हत्या का बदला लेने के लिए शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद केवल आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करना था. भारतीय सेना को इसमें बड़ी सफलता मिली है. जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों के हेडक्वार्टर को पूरी तरह नेस्तनाबूत कर दिया गया है. इसमें अजहर, मलिक और अहमद का मारा जाना सबसे प्रमुख है. यूसुफ अजहर को उस्ताद गौरी और मोहम्मद सलीम के नाम से भी जाना जाता था. वो जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी था.

    यूसुफ अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का साला था. वो साल 1999 के इंडियन एयरलाइंस के प्लेन आईसी-814 के हाइजैक का मुख्य साजिशकर्ता था. 24 दिसंबर, 1999 को 5 आतंकवादियों ने 178 पैसेंजरों के साथ आईसी-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक कर लिया. इसके बाद उसे अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया. इस हाइजैक के बदले भारत को मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जैसे कुख्यात आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा, जो बाद में सिरदर्द बने.

    पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर था. यहां आतंकियों की भर्ती के बाद ट्रेनिंग दिया जाता था. उनको फियादिन बनाकर पीओजेके के जरिए कश्मीर में घुसपैठ कराई जाती थी. यूसुफ अजहर इस सेंटर का चीफ था. लेकिन 7 मई को भारतीय सेना के मिसाइल अटैर में ये सेंटर तबाह हो गया. यहां कई दर्जन आतंकी मारे गए. इसमें यूसुफ भी शामिल था. उसकी मौत भारत के खिलाफ चलाए जा रहे आतंकी गतिविधियों के लिए एक बड़ा धक्का माना जा रहा है.

    इससे पहले भी भारतीय सेना यूसुफ अजहर को मारने की कोशिश कर चुकी थी. 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. इस हमले के लिए 
    जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट ट्रेनिंग कैंप से ट्रेंड आतंकवादी आए थे. उस वक्त अजहर ने ही उन आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी. भारत ने 26 फरवरी 2019 को बालाकोट में जबरदस्त एयरस्ट्राइक किया. भारतीय वायुसेना का प्रमुख टारगेट अजहर ही था, लेकिन वो उस समय बच गया. इस एयरस्ट्राइक जैश के कई आतंकी मारे गए थे.

    भारत के कहने पर साल 2000 में यूसुफ अजहर के खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. भारत ने कई बार उसके प्रत्यर्पण की मांग किया, लेकिन पाकिस्तान उसे अपनी पनाह में छिपाए रखा. लेकिन भारत में उसके घर में घुसकर मौत की नींद सुला दिया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है. उसके कई मिलिट्री ठिकाने और एयरबेस तबाह हो चुके हैं. फिलहाल दोनों देशों के बीच सीजफायर है, लेकिन शनिवार को पाकिस्तान इसका उल्लघंन किया था. दोबारा किया तो माकूल जवाब मिलेगा.



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