ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां सीमा हैदर और सचिन मीणा के घर में एक युवक जबरन घुस आया. युवक का दावा है कि उस पर ‘काला जादू’ किया गया है, जिसकी वजह से वह खुद-ब-खुद खिंचता चला आया.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में ले लिया. युवक की पहचान तेजस के रूप में हुई है, जो मूल रूप से गुजरात का रहने वाला बताया जा रहा है. शुरुआती जांच में पुलिस को युवक मानसिक रूप से बीमार प्रतीत हुआ.
पूछताछ में तेजस ने चौंकाने वाला बयान दिया. उसने कहा कि सीमा हैदर और सचिन मीणा ने उस पर काला जादू किया है, और उसी के प्रभाव में वह रबूपुरा स्थित उनके घर तक खिंचा चला आया.
फिलहाल पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है और उसके मानसिक स्वास्थ्य की भी जांच की जा रही है. पूरे मामले की जांच रबूपुरा थाना पुलिस द्वारा की जा रही है.
सीमा हैदर अब कहलाएगी भारत की नागरिक, वकील का दावा- मिला बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र
पाकिस्तान से आई सीमा हैदर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हाल ही में पहलगाम हमले के बाद भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया तेज हुई है. इस बीच चर्चा जोरों पर है कि सीमा हैदर को भी पाकिस्तान लौटना पड़ सकता है. हालांकि, पबजी के जरिए प्रेम में पड़कर नेपाल के रास्ते भारत पहुंची सीमा अब तक पाकिस्तान नहीं लौटी हैं. इसको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. वहीं, सीमा हैदर का केस लड़ रहे वकील एपी सिंह ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि सीमा की नोएडा में 18 मार्च को जन्मी बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश सरकार ने जारी कर दिया है. ऐसे में, सीमा अब भारत की नागरिक मानी जाएगी.
सीमा ने पाकिस्तान में ही अपना लिया था हिंदू धर्म
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह का दावा है कि सीमा ने पाकिस्तान में रहते हुए ही हिंदू धर्म अपना लिया था. बाद में नेपाल और भारत—दोनों जगहों पर उसने हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार भारतीय नागरिक सचिन मीणा से विवाह किया.
एपी सिंह के मुताबिक, 18 मार्च को सीमा सचिन के बच्चे की मां बनी, जिसका नाम ‘भारती’ रखा गया है. ‘भारती’ का अर्थ ‘मीरा’ बताया गया है और उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्ची के नाम पर जन्म प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया है. उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को सीमा हैदर ने भारत में रहने की विधिवत अपील भी सरकार से की है. वकील ने इस बात पर नाराज़गी जताई कि कुछ लोग सीमा को पहलगाम आतंकी हमले से जोड़कर निशाना बना रहे हैं, जो पूरी तरह गलत और निंदनीय है. उन्होंने आग्रह किया कि सीमा के मामले को मानवीय आधार पर देखा जाए.